देश भर में टोल नाका के आसपास रहने वाले लोगों को फॉस्टैक सॉफ्टवेयर से लिंक कर दिया जाएगा क्योंकि सॉफ्टवेयर से लिंक होने से उन्हें महीने में सिर्फ एक बार ही शुल्क चुकाना होगा।
बता दे कि निवासियों को संबंधित टोल के कार्यालय में जाकर फास्टट टैग को सॉफ्टवेयर से लिंक कराना होगा। एनएचएआई ने 15 दिसंबर से टोल पर फास्टैग लागू करने की तैयारी पूरी कर ली है। वर्तमान में आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए मंथली पास की व्यवस्था है।