गरियाबंद:- चीतल का अवैध शिकार कर अपने रिश्तेदारों में बाटने वाले शिकारी को चीतल के भुने हुए मांस के साथ वन विभाग ने किया गिरफ्तार
गिरीश गुप्ता गरियाबंद:- वन विभाग को मुखबिर से गुप्त सुचना मिलने के आधार पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यप्राणी रायपुर छ.ग. श्री सुधीर अग्रवाल एवं मुख्य वन संरदाक वन्यप्राणी एवं क्षेत्र संचालक उदंती सीतानदी टायगर रिजर्व रायपुर छ.ग श्री विश्वेश कुमार झा और उपनिदेशक उदंती सीतानदी टायगर रिजर्व गरियाबंद श्री लक्ष्मण सिंह और श्री वरूण जैन भा.व.से. के कुशल मार्गदर्शन में दिनांक 07.09.2024 को ग्राम जुगाड़ निवासी घनश्याम पिता मनीराम जाति गोड़ के द्वारा उत्तर उदंती परिक्षेत्र के कक्ष क्रमांक 85 पाटाबहाल नाला छापरमाटी (नमक मिट्टी) के पास तीन-चार दिन पूर्व एक मादा चीतल का शिकार कर उसका कच्चा मांस को अपने कुल्हाड़ी से काटकर घर ले जाकर आग के आंच से भुनकर रखा हुआ था।
इसके साथ ही बाकी कच्चा मांस को अपने रिश्तेदार को बांट दिया गया था। वन विभाग की टीम द्वारा घनश्याम के घर से आग के आंच से भुना हुआ 2 किलो 875 ग्राम चीतल मटन बरामद किया गया। जिसे मौके पर जप्त किया गया और घनश्याम पिता मनीराम जाति गौड़ को विस्तृत पूछताछ के लिए मैनपुर लाया गया। आज दिनांक 08.09.2024 को आरोपी घनश्याम को घटना स्थल का सिनाख्त के लिए कक्ष क्रमांक 85 ले जाया गया जहां वन्यप्राणी चीतल का शिकार हुआ था।
आरोपी घनश्याम पिता मनीराम जाति गोड़ के द्वारा चीतल का अवैध शिकार करना एवं कच्चा मांस को कुल्हाड़ी से काटकर घर ले जाकर रखने का वन अपराध स्वीकार करने पर उनके विरुद्ध पी.ओ.आर क्रमांक 199/03 दिनांक 08.09.2024 वन अपराध पंजीबद्ध किया गया। आरोपी घनश्याम पिता मनीराम जाति गोड़, ग्राम जुगाड़ के द्वारा वर्ष 2014 में एक नग चीतल को मारकर खाने का वन अपराध क्रमांक 3158/01 दिनांक 13.08.2014 दर्ज हैं।
आरोपी वन्यजीवों का शिकार करने का आदतन अपराधी है। विवेचना अधिकारी श्री गंगाराम ठाकुर बनपाल सहायक परिक्षेत्र अधिकारी जुगाड़ के द्वारा आरोपी घनश्याम पिता मनीराम जाति गोड़ उम्र 56 वर्ष ग्राम जुगाड़ का न्यायालयीन कार्यवाही के अंतर्गत वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 की धारा के तहत गिरफ्तार कर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट गरियाबंद के समदा प्रस्तुत किया गया।
इस कार्यवाही में एन्टीपोचिंग नोडल श्री गोपाल कश्यप, श्री देवनारायण सोनी वन परिक्षेत्र अधिकारी उत्तर
उदंती (मैनपुर), श्री राकेश परिहार वन परिक्षेत्र अधिकारी तौरंगा, श्री दानवीर चिण्डा, श्री गंगाराम ठाकुर श्री पुनाराम
साहू, श्री मनोज ध्रुव, श्री टकेश्वर देवागन् श्री सुर्यदेव जगतवंशी, श्री अनुप जांगडे, श्री विरेन्द्र ध्रुव श्री भूपेन्द्र भेडिया,
श्री फलेश्वर दीवान, श्री योगेश दिवान, श्रीमति रिकी जोशी एवं सुरक्षा श्रमिकों का योगदान रहा।