राशन दुकान में घोटाले का पर्दाफाश, दुर्ग जिले में ऐसे आया पकड़
दुर्ग जिले की राशन दुकान में राशन घोटाले का पर्दाफाश हुआ है यहां एपीएल राशन बांटने के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा करने की तैयारी थी, बता दें कि महज 60 मिनट में 64 एपीएल कार्डधारियों को ही राशन बांटने की बात सामने आई।
गड़बड़ी की आशंका पर खाद्य विभाग ने दुकान में दबिश दी तब जाकर पता चला कि राशन हितग्राहियों को राशन बांटा ही नहीं गया। स्टॉक में 30 क्विंटल चावल, एक क्विंटल शक्कर और 48 लीटर केरोसीन ज्यादा मिला।
मामले में दुकानदार और विक्रेता के खिलाफ कलेक्टर ने एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। बता दें कि दुर्ग के कालका अन्नपूर्णा महिला स्व सहायता समूह द्वारा कचहरी वार्ड में उचित मूल्य की दुकान संचालित की जा रही थी। खाद्य विभाग की टीम ने यहां जांच की तो गड़बड़ी पकड़ी, इसके बाद विभाग ने रिपोर्ट कलेक्टर अंकित आनंद के सामने पेश की।
समूह की अध्यक्ष ज्योति खरे और सेल्समेन राकेश गौतम पर केस दर्ज किया जा रहा है साथ ही सत्यापन के दौरान खाद्य विभाग की टीम ने जिन हितग्राहियों के नाम पर कार्ड प्रदर्शित किया था और राशन देने की जानकारी दी थी वों हितग्राही सामने नहीं आ सके। दुकान में इनके कोटे का राशन मौजूद था, जिसे बाद में बेच दिया जाता।