
पीएम नरेंद्र मोदी के फिरोजपुर दौरे से पहले हुए रूट लीक होने की पुष्टि हो गई है। रास्ता रोकने वाले प्रदर्शनकारी एक वीडियो में बोले कि रूट का पता चलते ही माइक पर आवाज देकर भीड़ बुला ली गई थी। साथ ही वीडियो पुलिस तो वहां पर साथ खड़ी चाय पीती रही। भीड़ को नहीं हटाया गया। साथ ही प्रदर्शनकारी ने कहा कि पीएम का रूट क्लियर करवाना छोड़ पंजाब पुलिस के अफसर और कर्मचारी चाय की चुस्कियां ले रहे थे।
Read Also – देवर संग सोती थी पत्नी, एक दिन चल गया पति को पता तो निर्दयी पत्नी ने ऐसे हटा दिया रास्ते से
प्रदर्शनकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिरोजपुर पहुंचने के रूट के बारे में प्रदर्शनकारियों को पहले ही पता चल चुका था। इसके बाद उन्होंने बगल के गांव प्यारेआणा में माइक से अनाउंसमेंट कर भीड़ इकट्ठी की और पूरी सड़क जाम कर दी गई, तब तक कई किसान संगठन भी वहां आ चुके थे। प्रदर्शनकारियों ने खुद कैमरे के सामने माना कि पहले वह सिर्फ रैली में जा रही भाजपा वर्करों की बसों को रोक रहे थे।
Read Also – इश्क में पंगे: दूसरे लड़के के साथ घूम रही थी गर्लफ्रेंड, यह देख बॉयफ्रेंड हुआ आगबबूला, पिस्तौल निकाल फायरिंग की
आपको बता दें कि प्रदर्शनकारी वीडियो में पीएम को सीएम चन्नी बोल रहे हैं। वीडियो के मुताबिक उन्हें यह नहीं पता था कि मुख्यमंत्री चन्नी उस काफिले में नही हैं। इससे पंजाब सरकार और पंजाब पुलिस की नियत पर सवाल खड़े हो गए हैं।
Read Also – केंद्र सरकार का बड़ा फैसला: 50 प्रतिशत कर्मचारियों को घर से काम करने की अनुमति, जानें 10 खास और बातें
प्रधानमंत्री मोदी के रूट पर प्रदर्शन करने वाले व्यक्ति ने कहा कि हमने पुल जाम कर रखा था। हमने भाजपा वर्करों के काफिले को रोक लिया था। इसके बाद जैसे ही हमें पता चला कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का काफिला बठिंडा रोड से मोगा हाइवे पर इस रूट से आ रहे हैं तो तुरंत नजदीकी गांव प्यारेआणा के स्पीकरों से आवाज दी गई कि काफिला यहां से आ रहा है। इसके अलावा सबको मैसेज भेजकर बुलाया गया। जिसके बाद हमने ट्रॉली लगाकर फ्लाई ओवर को पूरी तरह से जाम कर दिया गया, इसके बाद काफिले को वहां से वापस लौटना पड़ा।