
कुश अग्रवाल बलौदाबाजार – कोरोना और लॉक डाउन की वजह से बहुतों की नोकरी गई और लोगो को रोजी रोटी की समस्या हुई। ऐसे समय मे एक छोटे से गांव छाड़िया जो कि बलोदा बाजार जिला अन्तर्गत पलारी ब्लाक में आता है वहा के युवा दीपक अग्रवाल ने अपनी पुश्तेनी खेती के साथ ही साथ अपने घर मे मशरूम उत्पादन कर क्षेत्र में अपनी नई पहचान बनाई है।
आपको बता दें कि आज भी हर महीने 60 हजार रु का मशरूम बेच लेते है जिससे उन्हें सभी खर्च काटने के बाद 30 से 35 हजार रु महीने की आमदनी होती है। उन्होंने बताया कि ये लॉकडाउन की वजह से सब काम बंद हो गया. तब मैंने ऑन लाइन इसकी ट्रेनिंग लेकर अपने घर मे ऑयस्टर प्रजाति के मशरूम की खेती करना शुरू किया और अपने मशरूम को आसपास के गांव में बेचना शुरू किया.” जिससे मुझे अच्छा रिस्पॉन्स मिला अब मैं 4 मजदूरों को भी काम मे रखकर बड़े पैमाने पर उत्पादन लेना शुरू किया।
उन्होने बताया कि अब हर दिन 10 से 12 kg मशरूम निकलता है इसे रायपुर के व्यापारियों को बेच देता हूं इससे जो बच गया उसे मैंने सूखा दिया और अचार और मुरब्बा जैसे प्रोडक्ट बनाए जो कभी भी बिक सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस प्रजाति के मशरूम में इम्युनिटी बढ़ाने के साथ साथ डायबिटिक एवम अन्य कई प्रकार की बीमारियों के लिए भी लाभदायक है।



