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अश्लील वीडियो परोसने वाली कंपनी पर लगा बिना सहमति के वीडियो अपलोड करने के आरोप, बिना जानकारी के किए गए नाबालिग लड़कियों के पोस्ट

दिल्ली। अश्लील कंटेंट परोसने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी विवादों के घेरे में है. इस कंपनी का नाम माइंडगीक है और ये कंपनी पॉर्न हब वेबसाइट की मालिकाना हक रखती है. इस कंपनी पर 30 से अधिक महिलाओं ने मुकदमा ठोका है.

बिना सहमति के वीडियो अपलोडिंग का मामला

महिलाओं का दावा है कि उनके अश्लील वीडियो को उनकी बिना सहमति के इस वेबसाइट पर अपलोड किया गया था और इससे कंपनी आर्थिक मुनाफा भी कमा रही है. इन महिलाओं ने पॉर्नहब के मालिक माइंडगीक पर आरोप लगाया है कि वे एक आपराधिक बिजनेस चला रहे हैं. इन महिलाओं ने ये मुकदमा अमेरिका के शहर कैलिफॉर्निया में दायर किया है. इनमें से 14 महिलाओं का कहना था कि जब उनके वीडियो अपलोड हुए थे तो वे नाबालिग थीं

धोखे से बनाए वीडियो भी अपलोड

महिलाओं की ओर से कोर्ट में मामला देख रहे माइकल बोवे नाम के वकील ने कहा कि पॉर्न हब ने सैकड़ों महिलाओं की शोषण वाले वीडियो से करोड़ो-अरबों डॉलर का बिजनेस किया है. एक पीड़ित महिला ने बताया कि जब वो 17 साल की थीं तब उनके बॉयफ्रेंड ने धोखे से उनकी न्यूड वीडियो बना दी थी और पॉर्नहब पर अपलोड कर दी थी. इस वीडियो के बारे में उन्हें काफी बाद में पता चला.

पहले भी लगे हैं आरोप

ये पहली बार नहीं है जब पॉर्नहब पर गंभीर आरोप लगे हों. पिछले साल ही न्यूयॉर्क टाइम्स की जांच में सामने आया था कि इस वेबसाइट पर बाल शोषण और रेप से जुड़े वीडियोज को भी देखा जा सकता है. हालांकि वेबसाइट ने इस दावे को पूरी तरह से नकार दिया था.

पॉर्न हब ने आरोपों को नकारा

पॉर्न हब ने आरोपों को नकारा इन महिलाओं के आरोपों पर पॉर्नहब ने जवाब दिया है. पॉर्न हब ने आरोपों को ‘पूरी तरह से बेतुका, लापरवाह और सफेद झूठ’ बताया है. पॉर्न हब ने कहा है कि हमारी वेबसाइट में गैर-कानूनी कंटेंट को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है और हम ऐसे मामलों में कड़ा एक्शन लेते हैं.

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