राज्योत्सव में दिखी सुपोषण अभियान और महिला सशक्तिकरण की झलक
छत्तीसगढ़ के 20वें राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर राजधानी रायपुर के साइंस काॅलेज परिसर में आयोजित राज्योत्सव में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा ’’कुपोषण एवं एनिमिया मुक्त छत्तीसगढ़’’ की परिकल्पना को साकार रूप देने के साथ ही महिला सशक्तिकरण के विभिन्न आयामों को दर्शाया गया है।
’’मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान एवं महिला सशक्तिकरण’’ थीम आधारित प्रदर्शनी में सबसे पहले मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत कुपोषण एवं एनिमिया की पहचान तथा जिलेवार कुपोषण एवं एनिमिया का प्रतिशत को दर्शाती प्रदर्शनी लगायी गयी है। प्रदर्शनी में कुपोषण तथा एनिमिया के पहचान और इससे होने वाली हानि के संबंध में बताया गया है।
मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के 02 अक्टूबर 2019 से हुए शुभारंभ, एनिमिया पीड़ित महिलाओं तथा कुपोषित बच्चों को दी जाने वाली पौष्टिक आहार की प्रदर्शनी लगाई गई है। विभागीय योजनाओं के माध्यम से कुपोषण मुक्ति के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयास को चित्रों के माध्यम से दर्शाया गया है।
महिला एवं बाल विकास विभाग के स्टाॅल में मुख्य रूप से मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना, मुख्यमंत्री अमृत योजना, सुपोषण चैपाल इत्यादि की चित्रात्मक प्रदर्शनी लगाई गई है। कुपोषण मुक्ति हेतु पोषण पुर्नवास केन्द्र भी जिलेवार दर्शाया गया है तथा कुपोषण एवं एनिमिया मुक्त हेतु छत्तीसगढ़ की स्थानीय हरी सब्जियों की भी प्रदर्शनी लगाई गई है।
रायपुर जिले में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत नवाचार के रूप में चलाए जा रहे ’’लक्ष्य सुपोषण’’ योजना को भी प्रदर्शनी में दिखाया गया है। राष्ट्रीय पोषण अभियान को भी स्टाॅल में दिखाया गया है। महिला सशक्तिकरण एवं सुरक्षा हेतु छत्तीसगढ़ महिला कोष ऋण योजना, सक्षम योजना के माध्यम से महिला स्वरोजगार को प्रदर्शित किया गया है। महिला सुरक्षा हेतु वन स्टाॅप सेंटर एवं महिला हेल्प लाईन 181 की भी प्रदर्शनी लगाई गई है।
महिलाओं के द्वारा स्वरोजगार के माध्यम से उत्पादित सामग्री का स्टाॅल लगाकर उनकी बिक्री का प्रबंध भी किया गया है, जिससे महिलाओं के निर्मित सामानों को बाजार उपलब्ध हो और उन्हें आय भी हो सके।