कुश अग्रवाल बलौदा बाजार – पलारी धान खरीदी केन्द्रों मे आए दिन कुछ न कुछ शिकायत सुनने को मिल रहा है कभी टोकन के नाम पर किसानों को घुमाया जा रहा है तो कभी बारदाना के नाम से किसानों को छला जा रहा है।अभी ताजा मामला ग्राम रोँहासी धान खरीदी केन्द्र का है जहाँ प्रत्येक कट्टे मे 40 किलो की जगह 2 से 3 किलो धान तौलकर मेहनतकश किसानों के साथ धोखाधड़ी की जा रही है।
दरअसल इसका खुलासा तब हुआ जब एक किसान अपने घर से 80 कट्टा धान तौलकर मँडी ले गया वहां उसके 80 कट्टे मे 6 कट्टा धान कम हो गया यह बात किसानों तक फैली तब किसानों ने इसकी शिकायत समिति प्रबँधक, फड़ प्रभारी से की मामला तुल पकड़ने पर नायब तहसीलदार मयँक अग्रवाल, सहकारिता सीईओं आर के मेहर एवं पुलिस विभाग के अधिकारी भी गाँव पहूँचकर किसानों के बैठक उनके समक्ष फड़ के अलग अलग जगहो का धान इलेक्ट्रॉनिक तराजू से वजन कराया गया तो किसानों का अधिक धान खरीदी करना सही पाया गया।
गड़बड़ी पाए जाने पर समिति प्रबँधक धर्मेंद्र साहू को निलम्बित कर दिया गया एवं सँचालक मँडल द्वारा तत्काल प्रभाव से हमालो को हटा दिया गया तथा गाँव दुसरे हमाल की नियुक्ति के लिए मुनादी कराई गई है,यह खेल किसके सरक्षण चल रहा था जाँच के बाद पता चलेगा।अभी तक रोँहासी धान खरीदी केन्द्र में 60 हजार से अधिक की धान कट्टे की खरीदी हो चुकी इस हिसाब देखे तो किसानों का लाखो का चुना लग चूका है सवाल यह उठता है कि किसानों को इसकी भरपाई कैसे होगी?
पड़ताल से पता चला कि धान तौलाई के बाद 3 से 4 दिन बाद सिलाई की जाती थीं जबकि नियम कहता है कि तौलाई के बाद उसी समय सिलाई कर धान के कट्टे को छल्ली किया जाता है।पिड़ीत किसानों से चर्चा करने पर तौले गए अधिक धान को वापसी की माँग की है साथ ही दोषियों पर कार्यवाही की मांग की। वहीं किसानों का 50 प्रतिशत बारदाना लाने की बाध्यता पर ही टोकन काटने की प्रक्रिया बंद हो ऐसा किसानों की मांग है। धान अधिक तौले जाने की शिकायत भी की है।