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सरगुजा – प्रशासन के दावों की खुली पोल, अंतरराज्यीय बस स्टैंड पर दर दर भटकते यात्री, खाने पीने को मरहूम

सोनु केदार अम्बिकापुर – सरगुजा जिले मे लॉक डाउन के पहले ही दिन लॉक डाउन का साईड इफेक्ट दिखने लगा है। यहां बाहर से आने वाले यात्रियो को अपने गांवो तक पहुंचने के लिए काफी मशक्कत का सामना करना पड रहा है। अम्बिकापुर के अंतराज्यीय बस स्टैंड मे ऐसे ही कुछ यात्रियो ने अपना दर्द मीडिया के सामने व्यक्त किया।

सरगुजा जिले मे लॉक डाउन लगने के पहले प्रशासन ने सहुलियत के तमाम दावे किए थे.. लेकिन लॉक डाउन प्रभावी होने के बाद सभी दावे खोखले साबित हो रहे है। इन खोखले दावों की बानगी जिला मुख्यालय के अंतराज्यीय बस स्टैंड मे देखने को मिली। यहां यात्री अपने गांव घर जाने के लिए सुबह से बस का इंतजार करते रहे लेकिन प्रशासनिक आदेश के बाद भी बसो का संचालन नहीं होने की वजह से कई यात्री अम्बिकापुर बस स्टैंड मे फंस गए। ऐसे ही बिलासपुर से आकर सीतापुर जाने वाली एक युवती ने मीडिया से बताया कि सुबह बिलासपुर से आने के बाद भी कोई बस नहीं मिली इसलिए अब सीतापुर से उसके भाईयो को अम्बिकापुर उसको लेने आना पड रहा है।

बस मे यात्री की संख्या कम होने के कारण बसो का संचालन प्रभावित है. ऐसे मे जो यात्री अम्बिकापुर बस स्टैंड पहुंच रहे हैं.. उनको बस नहीं मिल पा रही है.. इधर बस स्टैंड की सभी दुकाने बंद होने की वजह से यात्रियो के साथ बस से जुडे ड्रायवर कनडेक्टर को खाने और पीने की समस्या से भी गुजरना पड रहा है. जिससे यात्रियो औऱ बस चालक औऱ परिचालको ने पानी खाने का कोई व्यवस्था करने की प्रशासन से गुजारिश की है।

लॉक डाउन के पहले प्रशासन ने कई टोल फ्री नंबर से जरुरत की चीजे उपल्बध कराने का दावा किया था.. लेकिन जानकारी औऱ प्रशासनिक जागरुकता की वजह से यात्री इस तरह की किसी सेवा से महरूम है.. लिहाजा जरूरत इस बात की है कि बस स्टैंड आने वाले मजबूर यात्रियो को किसी भी तरह आने जाने औऱ खाने पीने की व्यवस्था मुहैया कराई जाए.. नहीं तो फिर प्रशासन के दावे खोखले ही साबित होगें।

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