बालों के लिए अत्यंत गुणकारी है तिल का तेल, ऐसे करें इस्तेमाल
आजकल बालों की समस्याएं आम हो गई है। इसके कई कारण हो सकते हैं, लेकिन गलत खानपान, खराब दिनचर्या, तनाव और प्रदूषण मुख्य जिम्मेवार हैं। जबकि कुछ लोगों में बालों की समस्याएं आनुवांशिकता की वजह से होती है जो पीढ़ी दर दर चलती रहती है।
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जब शरीर में विटामिन-सी की कमी होती है, तो बालों की समस्याएं होती हैं, जिनमें असमय बालों का पकना और गिरना, गंजापन शामिल हैं। अगर आप भी बालों की किसी भी समस्या से परेशान हैं, तो आप तिल के तेल का इस्तेमाल कर इससे निजात पा सकते हैं। आइए जानते हैं कि कैसे तिल के तेल बालों की समस्या को दूर करने में मददगार साबित होता है-
तिल के फायदे
तिल एक पौधा है जो उष्णकटिबंधीय यानी गर्म जलवायु में उगता है। इसके फल यानी तिल और तिल के तेल का सेवन किया जाता है। भारत सहित अफ्रीका के देशों में तिल की खेती की जाती है। ऐसा माना जाता है कि अफ्रीका में तिल के आठ प्रकार पाए जाते हैं। जबकि भारत में तीन प्रकार के तिल पाए जाते हैं। शीत ऋतू में इसका सेवन किया जाता है। मकर संक्रांति के मौके पर तिल के लडडू खाने का विधान है।
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एक रिसर्च के अनुसार, तिल के तेल से बालों की मालिश करने से असमय बालों के गिरने की समस्या दूर होती है। साथ ही बाल लंबे और काले होते हैं। तिल के तेल न केवल बालों के लिए, बल्कि त्वचा की खूबसूरती के लिए भी लाभदायक होते हैं।
– तिल के तेल को गुनगना गर्म कर बालों की मालिश करने से असमय बालों के पकने से निजात मिलता है। इसके लिए सबसे उपयुक्त समय रात में सोने से पहले है। इससे बाल मजबूत और घने होते हैं।
-तिल के पत्तों को पीसकर बालों में लगाने से डैंड्रफ दूर हो जाता है। जबकि इसके पत्तों को पानी में गर्मकर बालों को धोने बालों की समस्याएं दूर हो जाती है।
सफेद तिल के तेल के फायदे
यह स्किन को मॉइस्चराइज करने में बेहद लाभदायक है। इसके साथ ही इसमें एंटी बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज भी होते हैं, जो स्किन के रैशेस और इन्फेक्शन से निजात दिलाने में मददगार होते हैं।
इसमें एंटी बैक्टीरियल और इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होने की वजह से यह स्किन संबंधी बीमारियों (एक्जी़मा और सोराइसिस) को क्योर करने में लाभदायक है।
तिल का तेल बहुत ही गाढ़ा होता है। इसी वजह से, यह स्किन पर आसानी से पीनीट्रेट करता है और क्षतिग्रस्त कोशिकाओं (damaged cells) की मरम्मत करता है। यह झुर्रियों और रोम क्षिद्रों (pores) को आने से भी रोकता है।