कॉमेडी क्वीन भारती सिंह का जन्मदिन आज, संघर्षों से भरी किसी फ़िल्मी कहानी से कम नहीं है उनकी दास्ताँ
कॉमेडी क्वीन भारती सिंह का आज जन्मदिन है। भारती आज जिस मुकाम पर पहुंची हैं उसके लिए उन्होंने खूब मेहनत की है। भारती सिंह आज अपना 36वां जन्मदिन मना रही हैं. भारती सिंह का जन्म 3 जुलाई 1984 को पंजाब के अमृतसर में हुआ था। अपनी मेहनत और धांसू कॉमेडी के दम पर आज भारती ने देश के घर-घर में अपनी पहचान बना ली है. बड़ों से लेकर बच्चे तक, हर कोई उन्हें पहचानता है. लेकिन, उनके लिए यह पहचान बना पाना इतना भी आसान नहीं था।
हंसाने वालीं, अपने ही मोटापे पर जोक सुनाकर सबके चेहरे पर मुस्कान बिखरने में कॉमेडियन भारती सिंह की जिंदगी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. क्या आप जानते हैं कि भारती भी देश की उन बेटियों में शामिल हैं जिन्हें उनकी मां ने कोख में ही मारने का सोच लिया था. लेकिन आज उस मां को भी अपनी इस बेटी पर गर्व है. बचपन में संघर्ष और आर्थिक तंगी झेलने के बाद भी भारती ने हंसी का दामन थामे रखा।
भारती कई बार अपने कॉमेडी पंच में इस बात को दोहतारी ही हैं कि लाइफ में एक वक्त ऐसा भी आया था, जब उन्हें बुरे वक्त और गरीबी से गुजरना पड़ा था. उन्होंने कई शोज में इस बात का जिक्र किया है कि कैसे वह आर्थिक तंगी में पली बढ़ी हैं. लेकिन एक इंटरव्यू में भारती सिंह ने बताया था कि उनकी मां उन्हें गर्भ में ही खत्म करना चाहती थीं.
आपको बता दें कि जन्म से लेकर तकरीबन 20 साल की उम्र तक भारती ने काफी परेशानियां झेली हैं. वह महज दो साल की थीं जब उन्होंने अपने पिता को खो दिया. ऐसे में परिवार का सारा भार उनकी मां के कंधे पर आ गया था. भारती की मां ने एक फैक्ट्री में काम करके अपने बच्चों की परवरिश की है. घर आकर वह सिलाई का काम भी करती थीं.
कम ही लोग जानते हैं कि भारती एक कॉमेडियन होने के साथ-साथ गजब की निशानेबाज भी हैं. वह फायरिंग में नेशनल लेवल की प्लेयर रह चुकी हैं. क्योंकि घर में चल रही परेशानी से बचने के लिए वह एनसीसी कैंप जाया करती थी. जहां से उन्हें यह हुनर हासिल हुआ है उन्होंने इस क्षेत्र में कई मैडल भी जीते.
खबरों की मानें तो एक बार कॉमेडियन सुदेश लहरी ने भारती को एक्ट करते देखा. यही उनकी जिंदगी का टर्निंग पाइंट बन गया. सुदेश ने भारती को एनसीसी कैंप के दौरान पार्क में एक्टिंग करते हुए देखा, जिससे वह समझ गए कि भारती लंबी रेस का घोड़ा हैं. यहां उन्होंने भारती को एक रास्ता दिखाया जिसके बाद वह लगातार आगे बढ़ती गईं.
भारती स्टार वन पर आने वाले द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चेलेंज (सीजन 4) की दूसरी रनर अप रहीं, जहां इनकी स्टैंड अप कॉमेडी के काल्पनिक पात्र ‘लल्ली’ की काफी प्रशंसा हुई. वह एक प्रतियोगी के रूप में कॉमेडी सर्कस की 2010 की सीरीज कॉमेडी सर्कस के सुपरस्टार्स और कॉमेडी सर्कस का जादू में भी उपस्थित हुईं, और 2011 में जुबली कॉमेडी सर्कस, कॉमेडी सर्कस के तानसेन और कॉमेडी सर्कस का नया दौर में भी भाग लिया जो काफी पसंद किया गया.
आपको बता दें कि भारती की मां अपने तीनों बच्चों को पालने के लिए फैक्ट्री में काम करती थीं. भारती ने खुद एक इंटरव्यू में इस बारे में बात करते हुए बताया था कि, उनकी मां फैक्ट्री में काम करती थीं. बच्चों को आम जिंदगी देने के लिए वह फैक्ट्री का बचा हुआ काम घर आकर करती थीं. घर में रात-दिन मशीनों की आवाज आती थी. भारती के मुताबिक, आज भी जब कभी सड़क पर ऐसी आवाज वह सुनती हैं तो काफी परेशान हो जाती हैं. ये आवाजें उन्हें बचपन की याद दिलाती हैं।