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निकिता तोमर की सिरफिरे आशिक द्वारा गोली मारकर की गई हत्या, आरोपितों को फांसी देने की मांग

फरीदाबाद के अग्रवाल कालेज की बीकॉम ऑनर्स की छात्रा निकिता तोमर की सिरफिरे आशिक द्वारा गोली मारकर की गई हत्या से परिजन के साथ-साथ तमाम स्थानीय लोगों का गुस्सा कम नहीं हो रहा है। गुस्साए लोगों ने इस घटना के विरोध में मंगलवार को सोहना रोड पर यातायात जाम कर दिया। सैकड़ों लोग सडक़ पर उतर कर पुलिस प्रशासन व सरकार से न्याय की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने मामले के आरोपितों को फांसी देने की मांग की है।

मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना-चौकी प्रभारी सहित एसीपी अर्शदीप मौके पर पहुंचे। परिजनों को समझाने का प्रयास किया परंतु कोई बात नहीं बनी। निकिता के मामा हाकिम सिंह ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाया है कि जो एफआईआर दर्ज की गई है, उसमें कई खामियां हैं। आरोपित युवक निकिता पर धर्म बदलने कादबाव डाल रहा था, जिसका एफआईआर में जिक्र नहीं किया गया। उन्होंने इस मामले में एसआईटी गठित कर मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।

धरना-प्रदर्शन की सूचना मिलते ही एनआईटी के पूर्व विधायक नागेंद्र भड़ाना व इनेलो नेत्री जगजीत कौर पन्नू भी मौके पर पहुंची। इन दोनों ने घटना पर गहरा दुख जताते हुए आरोपितों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है। साथ ही कहा कि वे तब तक शव को मोर्चरी में नहीं ले जाने देंगे जब तक जिला उपायुक्त व पुलिस कमिश्रर मौके पर नहीं आते।

गौरतलब है कि अग्रवाल कॉलेज बल्लभगढ़ में बीकाम ऑनर्स तृतीय वर्ष की छात्रा निकिता की सोमवार को एक सिरफिरे युवक तौफिक ने कॉलेज के बाहर गोली मारकर उस समय उसकी हत्या कर दी थी, जब वह पेपर देकर घर लौट रही थी। आरोपित के साथ उसका दोस्त भी था और दोनों एक कार से आए थे।

पहले दोनों ने निकिता को अगवा करने की कोशिश की, जब उसमें सफल नहीं हुए तो निकिता को गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। घटना की सीसीटीवी फुटेज में तौफिक को निकिता को गोली मारते हुए साफ देखा जा सकता है। मामला दर्ज करने के बाद पुलिस ने घटना के पांच घंटे बाद ही आरोपी तौफिक को नूंह से गिरफ्तार कर लिया।

निकिता बनना चाहती थी सेना में लेफ्टिनेंट:
मृतका के भाई नवीन ने बताया कि निकिता बहुत होनहार छात्रा थी। 12वीं कक्षा में उसने 95 फीसद अंक हासिल किए थे। बीकाम ऑनर्स में भी वह प्रत्येक कक्षा में टॉपर रही। उसकी इच्छा सेना में लेफ्टिनेंट बनकर देश की सेवा करने की थी। कुछ दिन पहले ही उसने एयरफोर्स में अधिकारी पद के लिए परीक्षा दी थी। परीक्षा बहुत अच्छी हुई थी। इसके अलावा निकिता एनडीए की भी तैयारी कर रही थी।

सोमवार को निकिता का बीकॉम ऑनर्स की अंतिम परीक्षा थी। निकिता का भाई नवीन उसे रोज कालेज परीक्षा दिलाने मोटरसाइकिल से ले जाता था। पास में ही नवीन की मौसी का घर है। जब तक परीक्षा होती, नवीन वहीं रुका रहता था। उसके बाद निकिता को लेकर घर लौट आता था।

आरोपी ने दो साल पहले किया था निकिता को अगवा
आरोपित तौफिक 12वीं कक्षा तक निकिता के साथ पढ़ा था। साल 2018 में उसने निकिता को अगवा कर लिया था। इस संबंध में परिवार वालों ने आरोपित के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया था और पुलिस ने छात्रा को उसके कब्जे से छुड़ाया था।

उसके बाद आरोपित के परिजनों ने निकिता के स्वजनों से पैर पकडकऱ माफी मांगी थी और आश्वासन दिया था कि तौफिक फिर कभी उसे परेशान नहीं करेगा। इसके बाद निकिता के घरवालों ने मामला वापस ले लिया था। परिवारवाले अब उस घड़ी को कोस रहे हैं। अगर उस समय तौफिक को जेल भेज दिया जाता तो शायद आज यह नौबत न आती।

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