10 लाख कर्मचारी आज करेंगे हड़ताल, सरकारी बैंको के निजीकरण का हो रहा विरोध
बैंकों के निजीकरण के प्रस्ताव के खिलाफ यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस (UFBU) ने सोमवार से दो दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया है। दो दिवसीय हड़ताल से बैंक के लेन देंन को लेकर लोगों को दिक्कत आ सकती है। यूएफबीयू के इस हड़ताल में सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (State Bank of India) समेत कई बैंकों के करीब दस लाख कर्मचारी हड़ताल में शामिल होंगे। दरअसल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले महीने पेश आम बजट में सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंकों के निजीकरण का प्रस्ताव रखा है।
बता दें कि सरकार ने अगले वित्त वर्ष में विनिवेश के जरिये बड़ी राशि जुटाने का प्रस्ताव किया है। सरकार इससे पहले आडीबीआई बैंक में अपनी अधिकांश की हिस्सेदारी भारतीय जीवन बीमा निगम को बेच चुकी है। पिछले चार साल में सार्वजनिक क्षेत्र के 14 बैंकों का विलय किया जा चुका है।
सरकार अपने इस प्रस्तवा को वापस ले आल इंडिया बैंक एम्पलायीज एसोसियेसन की तरफ से इसके पहले 4, मार्च 9, और 10 मार्च को मुख्य श्रम आयुक्त के साथ हुई बैठक हुई हैं पर बैठक में कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकलने पर एआईबीईए की तरफ से 15 और 16 मार्च 2021 को लगातार दो दिन हड़ताल का फैसला किया गया है। बैंकों के करीब 10 लाख कर्मचारी और अधिकारी इसमें भाग ले रहे हैं।