जानिए कैसे बनती है कॉफी, क्या है इसके फायदे

नई दिल्ली: दुनियाभर में कॉफी (Coffee) को सबसे रिफ्रेशिंग पेय के तौर पर देखा जाता है. ये आपको एनर्जी देती है और तरोताजा महसूस कराती है. बाजार में आपको कॉफी की कई वैरायटीज मिलेंगी, लेकिन इनमें आपकी सेहत के लिए जो सबसे फायदेमंद होगी, वो है ग्रीन कॉफी (Green Coffee). मेटाबॉलिज्म बूस्ट करने से लेकर स्ट्रेस, वजन को कम करने और आपको एक्टिव, रिफ्रेशिंग फील कराने में ग्रीन कॉफी (Green Coffee) बेहद मददगार है.
रेगुलर कॉफी से अलग
आमतौर पर कॉफी के उत्पादन में कॉफी बीन्स को रोस्ट और फिर प्रोसेस किया जाता है. रोस्टिंग के प्रोसेस में कॉफी बीन्स की नैचुरल खुशबू, स्वाद, रंग और पोषक तत्वों का कॉन्सेंट्रेशन बदल जाता है. रेगुलर कॉफी से अलग ग्रीन कॉफी बीन्स को रोस्ट नहीं किया जाता और ये पूरी तरह से कच्ची होती है. इनमें chlorogenic acids की अधिक मात्रा होती है, जो आपकी सेहत को कई तरह से फायदा पहुंचाता है. हालांकि इसका स्वाद रोस्टेड कॉफी जैसी स्ट्रॉन्ग और रिच नहीं होगा. ये आपको हर्बल टी जैसी लगेगी. वहीं इसमें कैफीन की मात्रा भी रोस्टेड कॉफी से कम होगी.
आइए जानें क्या हैं ग्रीन कॉफी के हेल्थ बेनिफिट्स-
वेट लॉस
ग्रीन कॉफी बीन को वेट लॉस के लिए पी सकते हैं. इसमें मौजूद chlorogenic acid वजन कम करने में मददगार है. स्टडी के मुताबिक, chlorogenic acid ग्लूकोज और फैट को बर्न करने में मदद करता है और कार्ब्स के अवशोषण को धीमा करता है. इससे एकदम से ब्लड शुगर नहीं बढ़ता और लिपिड प्रोफाइल को भी मेंटेन कर ये कंट्रोल करता है. नियमित रूप से ग्रीन कॉफी पीने से मेटाबॉलिज्म अच्छा होता है, फैट करने में मदद मिलती है और आप हेल्दी वेट को मेंटेन कर पाते हैं.
ब्लड शुगर लेवल
ग्रीन कॉफी में मौजूद chlorogenic acids से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है और ये Insulin sensitivity को भी बढ़ाता है. इससे शरीर में इंफ्लामेशन और फैट को कम करने में भी मदद मिलती है जिससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल होता है और टाइप टू डायबिटीज का खतरा कम होता है.
हाई ब्लड प्रेशर
ग्रीन कॉफी पीना आपकी हार्ट हेल्थ के लिए भी अच्छा है. इससे रक्त वाहिकाएं डाइलेट होती हैं और cortisol नाम के स्ट्रेस हार्मोन का लेवल कम होता है. ये हार्मोन आपके ब्लड प्रेशर को बढ़ाता है. रोजाना कॉफी पीने से हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहेगा.
कैंसर का खतरा कम होगा
Green Coffee में Antioxidants और भरपूर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं जिसकी वजह से इसे पीने से शरीर में Free Radicals Damage को कम करने में मदद मिलती है. Free Radicals से कैंसर और दूसरी कई गंभीर बीमारियों का खतरा रहता है. स्टडी में सामने आया है कि Green Coffee में मौजूद chlorogenic acid ट्यूमर सेल्स को बनने से रोकता है और इससे कई तरह के कैंसर का खतरा कम होता है.
डिटॉक्स के लिए
ग्रीन कॉफी एक बहुत अच्छे डिटॉक्सीफायर के तौर पर भी काम करती है. ये आपके शरीर से टॉक्सिन्स, अशुद्धियों, एक्सेस फैट और कोलेस्ट्रॉल को निकालने में मदद करती है. इससे इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है.
अधिक मात्रा में न पीएं
इस बात का ध्यान रखें कि ग्रीन कॉफी को आप पी सकते हैं, लेकिन निश्चित मात्रा में. इसके अधिक इस्तेमाल से आपको एंजाइटी, Insomnia यानी नींद न आने और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है.




