रोजाना पियें नींबू पानी एक ग्लास, आपको बचा के रखेगा इन बीमारियों से, जानें इसके फायदे

नींबू पानी ना सिर्फ़ विटामिन सी से भरपूर होता है बल्कि इसमें पोटैशियम, कैल्शियम, फॉस्फोरस और मैग्नीशियम भी प्रचुर मात्रा भी पाए जाते हैं। तभी तो इसे स्वास्थवर्धक माना गया है। विशेषज्ञों के मुताबिक़ सुबह 6 से 7 बजे के बीच खाली पेट नींबू पानी पीना फायदेमंद होता है। क्या-क्या फ़ायदे हो सकते हैं नीबू पानी पीने हम आपको बता रहे हैं यहां –
पानी की कमी दूर करे
शरीर में पानी की कमी की शिकायत नींबू पानी के सेवन से पूरी हो जाएगी। बीमार व्यक्ति के मुंह का स्वाद बहुत कड़वा हो जाता है। ऐसे में नींबू, नमक और हल्की-सी शक्कर के मिश्रण से बने नींबू पानी पिएं, तो इलेक्ट्रोलाइट्स संतुलन में आ जाते हैं। इलेक्ट्रोलाइट्स शरीर को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनके असंतुलित होने पर उल्टी-दस्त की समस्या हो सकती है। दस्त लगने पर शरीर से ज़रूरी पोषक तत्व तेज़ी से घटने लगते हैं। पसीने के माध्यम से भी शरीर से खनिज बाहर निकल जाते हैं जिनकी पूर्ति होना ज़रूरी है। शरीर में सोडियम की कमी के कारण ब्लड प्रेशर तेज़ी से घट सकता है। इन स्थितियों में नींबू पानी फायदेमंद है। सलाह दी जाती है कि किडनी के रोगियों को नींबू नहीं लेना चाहिए।
चेहरे की चमक बढ़ेगी
नींबू के रस में फोलेट भी पाया जाता है जो चेहरे पर होने वाले मुंहासों से बचाता है और त्वचा को प्राकृतिक चमक देता है। सुबह नींबू का रस हल्के गर्म पानी के साथ पीने से शरीर का पीएच संतुलित रहता है जो शरीर से टॉक्सिन निकालने का कार्य करता है। नींबू पानी का सेवन सुबह खाली पेट करना ज़्यादा लाभदायक होता है। आजकल बच्चे भी मोटापे का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में खानपान का ध्यान रखते हुए वे दिन में एक बार एक गिलास नींबू पानी का सेवन करेंगे, तो लाभ होगा।
थकान दूर करता है
शरीर में विटामिन सी के कारण स्कर्वी बीमारी हो जाती है जिसके कारण मरीज़ों में दुर्बलता, थकावट, ब्लीडिंग, शरीर में दर्द, एनीमिया की शिकायत और कुछ मरीज़ों के मसूड़ों में सूजन की शिकायत भी देखने को मिलती है। नींबू पानी में पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। नींबू का रस लीवर के लिए विशेष कार्य करता है। यह लीवर में से टॉक्सिन निकालने में मदद करता है। कब्ज़ से परेशान लोग भी नींबू पानी का दिन में दो बार सेवन करके कब्ज़ की समस्या से राहत पा सकते हैं। नींबू पानी के सेवन से गुर्दे में पथरी की समस्या भी दूर की जा सकती है। नींबू में सिट्रेट नामक पदार्थ पाया जाता है जो गुर्दे में पथरी बनाने वाले कैल्शियम को जमने से रोकता है। नींबू पानी में पेक्टिन नामक फाइबर पाया जाता है जो कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित रखता है और हृदय सम्बंधित रोगों से बचाता है।
इस स्थिति में ना करें सेवन
अगर शरीर में यूरिक एसिड ज़्यादा है जिसके कारण गठिया हो जाती है, तो इस स्थिति में नींबू का अधिक सेवन करने से गठिया की समस्या बढ़ सकती है। नींबू पानी रोज़ाना नियंत्रित मात्रा में लेते हैं तो यह गठिया की समस्या को रोक सकता है। अमेरिकन डायटेटिक एसोसिएशन के अनुसार, युवा को नींबू की 65-90 मिलीग्राम मात्रा लेने की सलाह दी जाती है। एक नींबू पानी के साथ दिन में 2-3 बार सेवन कर सकते हैं।किडनी रोग के मरीज़ नींबू पानी के सेवन से परहेज़ करें क्योंकि इसमें पोटैशियम की मात्रा ज़्यादा पाई जाती है जिससे किडनी के इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बिगड़ जाता है।