राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच मतभेद के कारण सरकार पर खतरा मंडराने लगा है। राज्य में बिगड़ते सियासी हालात को देखते हुए कांग्रेस आलाकमान ने पार्टी के तीन नेताओं को जयपुर भेजा है। वहीं, सोमवार सुबह 10.30 कांग्रेस विधायक दल की बैठक होनी है। इसी बैठक पर सबकी निगाहें हैं क्योंकि यहीं से गहलोत सरकार का भविष्य तय होना है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा- सचिन पायलट अब बीजेपी में हैं।
इससे पहले ये स्पष्ट हो गया था कि कांग्रेस सचिन पायलट को नहीं मनाएगी। अगर पायलट इस मीटिंग में शामिल नहीं हुए तो उन्हें पार्टी से निकाला भी जा सकता है, साथ ही उनके समर्थक विधायकों पर कार्रवाई की जा सकती है और अब तो पुनिया ने भी कह दिया है कि सचिन पायलट भाजपा में हैं।
बता दें कि कांग्रेस ने सख्त रुख अपनाते हुए कांग्रेस विधायक दल की बैठक के लिए व्हिप जारी किया है। राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडेय ने कहा- जो बैठक में नहीं आएगा उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इधर दिल्ली में मौजूद रहने के बावजूद सचिन पायलट कांग्रेस आलाकमान से मिलने नहीं गए।
गौरतलब है कि पायलट ने रविवार को पार्टी से बगावत के संकेत देते हुए दावा किया कि उनके साथ तीस से अधिक विधायक हैं और अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में आ चुकी है इसके अलावा कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा हो सकती है।