
रायपुर। भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का मामला विधानसभा में उठाया । बृजमोहन अग्रवाल ने पूछा कि वर्ष 2019-20 एवं 2021 में समर्थन मूल्य में कितना कितना धान खरीदा गया कितनी रकम की खरीदी गई इसमें से कितना धान कस्टम मिलिंग हुआ वर्षों और आशीर्वाद जानकारी दें कितना धन वर्षा तथा अन्य कारण से खराब हुआ कितना धान शॉर्टेज हुआ कितना धान कब-कब किस कीमत पर बेचा गया । एफसीआई एवं नाम, मार्कफेड द्वारा कितना कितना चावल लिया गया। योजनाओं के लिए उसके घर के चावल दिया गया कितना चावल शेष है शेष चावल का किस किस दर पर निपटान किया गया ।
खाद्य मंत्री ने जानकारी दी वर्ष 2019-20 में 83 लाख 94 हजार 590 टन व 2020- 21 में 92 लाख 2 हजार 388.36 टन धान की खरीदी की गई थी। वहीं 2019-20 में 2 लाख 54 हजार 509 टन धान का मिलिंग नही हो पाया। 2020 – 21 में 27.46 लाख टन से अधिक धान का मिलिंग नही हो पाया है।
खाद्य मंत्री प्रश्न के उत्तर में यह भी बताया कि 2019-20 में 40656.70 हजार टन धान का सार्जेट हुआ है। जिसमें सर्वाधिक महासमुंद जिले में 10 हजार टन से अधिक, बलोदा बाजार जिले में 9,200 टन से अधिक, मुंगेली जिले में 6,200 टन से अधिक, राजनांदगांव जिले में 3000 टन से अधिक व गरियाबंद जिले में 4900 टन से अधिक धान का शॉर्टेज दिखाया गया है प्रदेश के कुल 21 जिलों में धान का शॉर्टेज दिखाया गया हैं।
खाद्य मंत्री सदन में यह भी बताएं कि भारतीय खाद्य निगम में वर्ष 2019-20 में 28.1 लाख टन चावल जमा होना था इसके विरुद्ध 26. 38 लाख टन चावल जमा किया गया। वर्ष 20-21 में 24 लाख टन के विरुद्ध 13 जुलाई तक मात्र 15. 19 लाख टन चावल जमा किया गया है ।




