
सोनु केदार अम्बिकापुर – सरगुजा जिला स्वास्थ्य विभाग ने वैक्सीनेशन में अनियमितता बरतने के आरोप में माता राजमोहिनी हॉस्पिटल को नोटिस जारी करते हुए जवाब तलब किया है। निजी चिकित्सालय पर आरोप है कि शासन प्रशासन के बिना किसी आदेश के बाद भी निजी अस्पताल के द्वारा सिर्फ 35 साल के लोगों को कोरोना टीका लगा दिया गया और तो द्वाररा इसका प्रचार-प्रसार सोशल मीडिया में भी किया गया इसे महामारी अधिनियम के साथ ही आईटी एक्ट का मामला बताते हुए सीएमएचओ ने निजी अस्पताल को नोटिस जारी करते हुए जवाब तलब किया है।
प्रशासन ने जवाब संतोषप्रद नहीं होने पर कार्रवाई की भी चेतावनी दी है दूसरी तरफ निजी चिकित्सालय प्रबंधन का कहना है कि निगम के अधिकारियों के मौखिक आदेश पर करीब 30 व्यक्तियों को वैक्सीन लगाई गई है मगर इसके पीछे किसी तरह की अनियमितता की कोई मंशा नहीं थी और ना ही शासन प्रशासन के आदेश की कोई अवहेलना करना था।
आपको बता दें कि सरगुजा जिले में लगातार वैक्सिंन की कमी बनी हुई है जिससे 45 वर्ष के लोग भी वैक्सीन केंद्र पर पहुंचने के बाद मायूस लौट रहे हैं ऐसे में निजी अस्पताल प्रबंधन के द्वारा 35 वर्ष के लोगों को वैक्सीन लगाने को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है और इस मामले में नोटिस जारी किया गया है।
यह कोई पहला मामला नहीं जब इस तरह की अनियमितता वैक्सीनेशन में सामने आई हो बल्कि इसके पहले लखनपुर और सीतापुर इलाके में भी बिना क्राइटेरिया के लोगों को वैक्सीन लगाने का मामला सामने आ चुका है ऐसे में अब इस मामले में जिला प्रशासन के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग सख्त नजर आ रहा है।



