अब पीरियड्स के दर्द का सामना नही करना पड़ेगा आपको अगर अपनायेंगे ये नुस्खा, जानें

अधिकतर महिलाओं को पीरियड्स के दर्द का सामना करना पड़ता है। बहुत सारी महिलाएं इस दर्द से निजात पाने के लिए पेन किलर का सहारा लेती हैं जो कि काफी नुकसानदायक होता है। ऐसे में जरूरी है कि हम महामारी के दौरान होने वाले दर्द से निजात पाने के लिए कुछ घरेलू नुस्खा अपनाएं। जिससे आपको दर्द से आराम भी मिलेगा और शरीर को नुकसान भी नहीं पहुंचेगा। जानिए पीरियड्स में होने वाले दर्द से कैसे छुटकारा पाया जा सकता है-
हल्दी वाला दूध – आपने सुना ही होगा कि जब भी चोट लगती है तो लोगों को हल्दी वाला दूध देने की सलाह दी जाती है। लेकिन क्या आपको पता है कि आप इस दूध को पीकर अपने पीरियड्स के दर्द को भी दूर कर सकती हैं। जी हां, पीरियड्स में होने वाले दर्द से राहत चाहिए तो आप एक गिलास गर्म दूध में आधी चम्मच हल्दी मिलाकर उसका सेवन करिये। इससे आपको काफी आराम मिलेगा।
पीरियड्स के दौरान आपको भी गैस से जुड़ी समस्याएं रहती हैं तो आप अजवाइन में काला नमक मिलाकर उसका सेवन करिए। या आप अजवाइन को पानी में उबाल कर चाय की तरह भी उसका सेवन कर सकती हैं। इससे भी आपको काफी हद तक आराम मिलेगा।
पपीता – अगर आप दर्द से बचना चाहती हैं तो आप पपीता का सेवन भी जरूर करें। इससे आपके पेट में होने वाली मरोड़ भी नहीं होगी और आपको काफी आराम मिलेगा।
माहवारी के दौरान किसी भी प्रकार के संक्रमण और दर्द से बचने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना ज़रूरी होता है। इसके अलावा जीवनशैली और आहार में थोड़ा बदलाव लाने से माहवारी के कष्ट से कुछ हद तक बचा जा सकता है।
सावधानियां–
-मासिक धर्म के समय किसी भी प्रकार के इंफेक्शन से बचने के लिए साफ-सफाई का खास खयाल रखना चाहिए। क्योंकि पीरियड्स के समय इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए डॉक्टर्स सलाह देते हैं, हर 6 घण्टे पर पैड (नैपकिन) बदल देना चाहिए।
-टैम्पोन या सैनिटरी पैड का इस्तेमाल एक साथ नहीं करें।
-खान-पान का खास ख्याल रखें।
-अपनी क्षमता के अनुसार हर दिन काम करें।
-अपनी परेशनियों को गुप्त न रखें।
-डॉक्टर या अपने परिजनों को अपनी परेशानियां बताएं।
आहार–
जंक फूड से परहेज– मासिक धर्म के दौरान जंकफूड, सोड़ा, ड्रिंक, फास्ट फूड, तले-भुने पकवान, बैंगन विकार वाली चीजें, मासिक धर्म पीड़ा विकार को बढ़ा सकती है। जो महिलाएं कॉफी, चॉकलेट, कैंडी, सोड़ा पेय ड्रिंक आदि पसंद करती हैं, उनको पीरियड्स के दौरान कुछ वक्त के लिए परहेज करना फायदेमंद है।
नशीली चीजों से परहेज– नशीली चीजें पसंद करने वाली महिलाओं के लिए पीरियड्स वक्त काफी घातक हो सकता है। जो कि रक्त की कमी, तेज रक्त स्राव, ट्यूमर, कैंसर गांठ का कारण बनने का भय बना रहता है। शराब, बीयर आदि नशीली चीजे पीरियड्स के दौरान डीहाइड्रेशन का कारण बन सकती है। इसलिए नशीली चीजों से परहेज जरूरी होता है।
गर्म खाद्य चीजों से परहेज– पीरियड्स के दौरान गर्म खाने की चीजें, बैंगन, अण्डा, कद्दू, मांस, आलू, गर्म मसाले और भारी वजन उठाने से बचना चाहिए।
सी-फूड्स- मासिक धर्म में मछली, छींगा, खासकर सालमन मछली खाना फायदेमंद होता है, लेकिन मछली का सेवन सीमित मात्रा में करें।
जीवनशैली –
सिंकाई करें- माहवारी का दर्द कम करने के लिए गर्म तौलिए या हीट पैक से 5 से 10 मिनट तक पेट के निचले भाग की सिंकाई करनी चाहिए। इससे शरीर से निकलने वाली गंदगी आसानी से बाहर निकल जाती है, जिससे दर्द कम हो जाता है। पेन किलर दवाओं के प्रयोग से बचना चाहिए।
खाने-पीने पर ध्यान दें- मासिक धर्म के समय शरीर में आयरन और वाइटामिंस की खपत बढ़ जाती है। अगर समय पर इन तत्वों की पूर्ति नहीं की जाए तो अगली बार माहवारी होने पर दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए बॉडी में न्यूट्रिशन की कमी को पूरा करने के लिए हरी सब्जियाँ, दूध, दही और फलाहार करना चाहिए।
गर्म पानी से नहाएँ– गर्म पानी से स्नान करने से शरीर का तापमान बढ़ता है, जिससे गर्भाशय से रक्त आसानी से निकल जाता है। पीरियड्स में होने वाली समस्याओं से बचने के लिए दिन में दो से तीन बार गर्म पानी से नहाना चाहिए।
मालिश करें- पेट पर 5–10 मिनट तक हल्के हाथों से मालिश करें। इससे सूजन कम होने लगती है। आप लेटकर, बैठकर या फिर खड़े होकर भी मालिश कर सकते हैं। मसाज करने से पहले तेल को हल्का गरम कर लेना चाहिए। मालिश के लिए नारियल तेल या ऑलिव ऑयल प्रयोग करना चाहिए।
पानी अधिक पिएँ-माहवारी में पानी अधिक पीना चाहिए। अच्छे परिणाम के लिए गुनगुना पानी पीना चाहिए। इसके अलावा ग्रीन-टी का सेवन भी लाभदायक होता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को लाभ पहुंचाते हैं।
व्यायाम –अधिक वजन वाली लड़कियों को माहवारी के समय ज्यादा परेशानी होती है। इसलिए योग और व्यायाम को लाइफस्टाइल का हिस्सा बना लीजिए। जो महिलाएं अपनी फिटनेस का ध्यान रखती हैं, उनको पीरियड्स में कम परेशानी होती है। पीरियड्स में व्यायाम करना सुरक्षित है। इससे बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन अच्छा रहता है, जिससे दर्द कम होता है। ज्यादा तकलीफ हो तो व्यायाम करने की जगह आराम करना अधिक फायदेमंद होता है। माहवारी के समय हल्का फुल्का एक्सरसाइज करना चाहिए। हैवी वेट और एक्सरसाइज से बचना चाहिए।




