योगासन करना सभी के लिए है फायदेमंद, जाने इन योगासनों से कैसे रखें खुद को फिट

कई वैज्ञानिक शोध से पुष्टि हो चुकी है कि बेहतर स्वास्थ्य के लिए योग अच्छा विकल्प है। यकीन मानिए योग सभी से होगा और हर रोग का इलाज योग से ही होगा। योग के मूल रूप से दो अर्थ माने गए हैं, पहला- जुड़ना और दूसरा-समाधि। जब तक हम स्वयं से नहीं जुड़ पाते, तब तक समाधि के स्तर को प्राप्त करना मुश्किल होता है। यह सिर्फ व्यायाम भर नहीं है, बल्कि विज्ञान पर आधारित शारीरिक क्रिया है। इसमें मस्तिष्क, शरीर और आत्मा का एक-दूसरे से मिलन होता है। साथ ही मानव और प्रकृति के बीच एक सामंजस्य कायम होता है। यह जीवन को सही प्रकार से जीने का एक मार्ग है। गीता में भी श्रीकृष्ण ने कहा है कि योग: कर्मसु कौशलम यानी योग से कर्मों में कुशलता आती है।
वज्रासन: वज्रासन करना सभी के लिए फायदेमंद है। वज्रासन, महिलाओं में पीरियड्स संबंधी दिक्कतों से भी मुक्ति दिलाता है। जो लड़कियां रोज वज्रासन करती हैं, उन्हें पीरियड्स के दौरान क्रैंप्स, कब्ज, गैस, डिस्टर्ब स्टमक जैसी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता है। बेहतर परिणाम के लिए आपको हर दिन 10 से 15 मिनट वज्रासन जरूर करना चाहिए। वज्रासन करने के लिए आप अपने दोनों पैरों को पीछे की तरफ मोड़ते हुए घुटनों के बल बैठ जाएं। कमर, पीठ और कंधे सीधे रखें। गर्दन को सीधा रखते हुए मुंह सामने की तरफ रखें। दोनों हाथों को घुटनों के ऊपर या ध्यान मुद्रा में गोद में रखें। आंखें बंद कर मन को शांत करने का प्रयास करें और गहरी सांसे लें।
प्राणायाम: प्राणायाम करते समय जितना फोकस स्लो डीप ब्रीदिंग पर होगा, उतना ही वो तन-मन को बेहतर रखेगा। प्राणायाम न सिर्फ श्वांस और जीवन के स्तर को बढ़ाता है, बल्कि बिगड़े मूड को बेहतर करने में भी कारगर होता है।
बैलून पोज योग: आप कॉलेज गोइंग गर्ल हैं, वर्किंग वूमेन हैं या हाउस वाइफ बैलून पोज फेस योग करके अपने चहरे को खूबसूरत और दमकता हुआ बना सकती हैं। इसके लिए आप गहरी सांस लें और मुंह में इतनी हवा भरें जैसे गुब्बारा फुलाने के लिए हवा भरते हैं। पांच सेकेंड के लिए इसी मुद्रा में रहें। सांस को रोककर रखें। भरी हुई हवा को मुंह के अंदर दाएं-बाएं घुमाएं। यह प्रोसेस 5 बार दोहराएं। इसे कहीं भी कभी भी कर सकते हैं। इस को करने से चेहरे पर फैट नहीं जमती। साथ ही यह पोज जबड़े की हड्डी को मजबूत बनाता है। ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। पिंपल्स की प्रॉब्लम दूर होती है। इससे गालों की झुर्रियां दूर होती हैं और चेहरे की त्वचा का कसाव बना रहता है।
नौकासन: इस आसान को करते समय शरीर का आकार नाव जैसा होता है इसलिए इसे नौकासन कहते हैं। इसे करने से पेट के फैट को कम किया जा सकता है। यह पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है और साथ ही साथ सिर से लेकर पैर तक फायदा पहुंचाता है। महिलाओं के गर्भवती होने के पहले और बाद में यह आसन उनके स्वास्थ्य में अहम भूमिका निभाता है। इसे करने से साइटिका के निवारण में फायदा होता है। नौकासन करते समय पेरों को सामने की और फैलाकर बैठ जाइए और अपने शरीर को नौका चलाने के अंदाज में संचालित कीजिए। जितना संभव हो सके आगे पीछे शरीर को झुकाएं। इस तरह से कम से कम 10 से 12 बार करें। गर्भवती महिलाएं डॉक्टर से सलाह लेकर ही इस आसान को करें। मन को शांत कर नई ऊर्जा से भरता है।
अपच से राहत : योग के लाभ में गैस से छुटकारा पाना भी है। गैस की समस्या किसी को भी हो सकती है। इसमें बच्चे, बुढ़े, महिला, पुरुष सभी शामिल हैं। यह समस्या मुख्य रूप से पाचन तंत्र के ठीक से काम न करने के कारण होती है। इसे ठीक करने के लिए योग बेहतरीन उपाय है। योग पाचन तंत्र को बेहतर करता है, जिससे कब्ज, गैस और एसिडिटी जैसी समस्याएं जड़ से खत्म हो सकती हैं।
दर्द सहने की क्षमता : शरीर में कहीं भी और कभी भी दर्द हो सकता है। खासकर, जोड़ों में दर्द को सहना मुश्किल हो जाता है। वहीं, जब आप योग करते हैं, तो शुरुआत में इस दर्द को सहने की शारीरिक क्षमता बढ़ने लगती है। साथ ही नियमित अभ्यास के बाद यह दर्द कम होने लगता है।
प्रतिरोधक क्षमता : बीमारियों से लड़ने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता का बेहतर होना जरूरी है। प्रतिरोधक प्रणाली के कमजोर होने से शरीर विभिन्न रोग का आसानी से शिकार बन जाता है। आप चाहे स्वस्थ हैं या नहीं हैं, दोनों ही स्थिति में योग करना फायदे का सौदा साबित होगा। योग से प्रतिरोधक प्रणाली बेहतर होती है।
नई ऊर्जा : जीवन को सकारात्मक तरीके से जीने और काम करने के लिए शरीर में ऊर्जा का बना रहना जरूरी है। इसमें योग आपकी मदद करता है। योग को करने से थकावट दूर होती है और शरीर नई ऊर्जा से भर जाता है।
बेहतर मेटाबॉलिज्म : हमारे शरीर के लिए मेटाबॉलिज्म प्रक्रिया जरूरी है। इस प्रक्रिया से ही शरीर को भोजन के जरिए ऊर्जा मिलती है, जिससे हम अपने दिनभर के काम कर पाते हैं। जब पाचन तंत्र, लिवर और किडनी अच्छी तरह काम करते हैं, तो मेटाबॉलिज्म भी ठीक से काम करता है। इस अवस्था में योग का लाभ इसलिए है, क्योंकि योग के जरिए अपच और कब्ज को ठीक कर मेटाबॉलिज्म को बेहतर किया जा सकता है।
नींद : दिनभर काम करने के बाद रात को अच्छी नींद लेना जरूरी है। इससे शरीर को अगले दिन फिर से काम करने के लिए तैयार होने में मदद मिलती है। पर्याप्त नींद न लेने पर दिनभर बेचैनी, सिरदर्द, आंखों में जलन और तनाव रहता है। चेहरे पर भी रोनक नजर नहीं आती। वहीं, अगर आप नियमित योग करते हैं, तो मन शांत होता है और तनाव से छुटकारा मिलता है, जिससे रात को अच्छी नींद सोने में मदद मिलती है।
संतुलित कोलेस्ट्रॉल : जैसा कि हमने पहले भी बताया था कि योग करने से शरीर में रक्त का प्रवाह बेहतर होता है। इससे नसों में रक्त का थक्के नहीं बन पाते और अतिरिक्त चर्बी भी साफ हो जाती है। यही कारण है कि कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित किया जा सकता है। योग एचडीएल यानी अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है, जबकि एलडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल को खत्म करता है। इसी के साथ संतुलित आहार लेना भी जरूरी है।




