चंद्रपुर कॉलेज का नाम अब होगा मूर्धन्य साहित्यकार स्व. मुकुटधर पांडेय के नाम

चंद्रपुर में सीएम भूपेश बघेल ने घोषणा करते कहा कि जनभावना का सम्मान करते हुए चंद्रपुर कॉलेज का नाम मूर्धन्य साहित्यकार स्व. मुकुटधर पांडेय जी के नाम पर किया जाएगा।
सीएम ने कहा – स्वास्थ्य के क्षेत्र में मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना, मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना, दाई दीदी क्लीनिक योजना, श्री धन्वंतरी जैनेरिक मेडिकल स्टोर्स योजना जैसी योजनाओं के माध्यम से समाज के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचा रहे हैं। बीते पौने चार वर्षों में हमने 06 नये जिलों और 85 से अधिक तहसीलों का निर्माण किया है। दो दिन पहले ही 10 और नये अनुविभाग और 25 नयी तहसीलों की शुरुआत की गई है।
इससे पहले समीक्षा बैठक में अधिकारियों से भूमिहीन श्रमिक न्याय योजना के बारे में जानकारी लेते हुए कहा गया कि भेंट-मुलाकात के दौरान संज्ञान में आया है कि कई लोग इस योजना से अभी भी नही जुड़ पाए हैं, अधिकारी इस अभियान का मुहिम चलाकर गांवों में पात्र लोगों को चिन्हांकित करें और उन्हें योजना से जोड़े। हाट बाजार क्लिनिक योजना में गांवों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए और कहा कि निर्धारित दवा और जांच की सुविधा लोगों को मिलनी चाहिए, हाट बाजार क्लिनिक संचालन की रैंडम जांच की जाए 15 दिन में स्कूली बच्चों के शत-प्रतिशत जाति प्रमाण पत्र बनाने के निर्देश।
अधिकारियों से कहा गया कि रीपा (रूरल इंडस्ट्रियल पार्क) में स्थानीय उद्यमी प्रकृति के लोगों को भी जोड़ना है, जिससे वहां रोजगार के और भी अवसर निर्मित हो, रीपा में स्थानीय स्तर की मांग के अनुसार प्रोडक्ट्स का उत्पादन प्राथमिकता से किया जाए, समय सीमा निर्धारित कर चिन्हांकित गौठानो में रीपा को तैयार करने के निर्देश, साराडीह में गौठान निर्माण जल्द पूर्ण करवाने के लिए कहा गया। – एनिमिक महिलाओं को अनिवार्य रूप से मुख्यमंत्री सुपोषण योजना से जोड़ने के निर्देश महिला बाल विकास अधिकारी को दिए गए।
मुख्यमंत्री बघेल के निर्देशानुसार ऐसे सारे गांव जो डूबान क्षेत्र में आते हैं और बाढ़ के दौरान लोगों को शिफ्ट करना पड़ता है वहां सर्व सुविधायुक्त सामुदायिक भवन बनाना है, कलेक्टर सक्ति को ऐसे गांवों का सर्वे करवा कर इस्टीमेट तैयार करने के लिए कहा गया।
उप-स्वास्थ्य केंद्र कोनारगढ़ के प्रभारी सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी श्री घनश्याम प्रसाद ने मुख्यमंत्री श्री बघेल को बताया कि इस स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना 2012-2013 में हुई है। अस्पताल में 03 कर्मचारी कार्यरत हैं। 2 बिस्तर युक्त उप-स्वास्थ्य केंद्र में 12 प्रकार की स्वास्थ्य सुविधाएं, 41 प्रकार की दवाइयां और 7 प्रकार के स्वास्थ्य जांच की सुविधा है।
अस्पताल में आवश्यकता अनुसार टेलीमेडिसिन के माध्यम से उच्च केंद्रों के डॉक्टरों से परामर्श की भी सुविधा है। अस्पताल में प्रसव कक्ष, महिला वार्ड, लैब, फार्मेसी, ओपीडी रूम और मरीजों के काउंसलिंग कक्ष भी है। प्रतिमाह 15 से 20 डिलीवरी स्वास्थ्य केंद्र में होती है। स्वास्थ्य केंद्र से कोनारगढ़ गांव के 5048 हजार लोग लाभान्वित हो रहे है। साथ ही नॉर्मल डिलीवरी के लिए प्रसिद्ध इस अस्पताल में आसपास के खूंटीघाट, अरसमेट एवं रिसदा के लोग भी इलाज कराने आते है। अस्पताल में 7 साल से पदस्थ आरएचओ श्रीमती सुनीता ठाकुर नॉर्मल डिलीवरी कराने के कारण आसपास के गांव में प्रसिद्ध है। अस्पताल में बीमारियों के प्राथमिक उपचार के लिए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई है।




