सौर मंडल में बसे कई रहस्य, जानें कुछ रोचक तथ्य

नई दिल्ली: हमारा सौरमंडल (Solar System) बहुत ही अनोखा है. कई लोगों का मानना है कि ऐसा सौरमंडल ब्रह्माण्ड (Universe) में शायद ही कहीं हो. वहीं सूरज को सौरमंडल के संचालक का दर्जा मिला है. पृथ्वी पर होने वाले बदलावों के लिए उसे ही जिम्मेदार माना जाता है. सूर्य की परिक्रमा में पृथ्वी कर्क रेखा से मकर रेखा तक अपने अक्ष पर विचलन दिखाती है. ऐसी तमाम जानकारियों के बावजूद ब्रह्मांड में ऐसे कई रहस्य मौजूद हैं जिनके बारे में आज तक कोई नहीं जानता.
लाइवसाइंस के मुताबिक सौर हवाएं हमारे सौर मंडल को एक सुरक्षात्मक परत में लपेटती हैं, जिससे 70% अंतरिक्ष विकिरण हमारे सिस्टम में प्रवेश नहीं कर पाता है. वहीं पृथ्वी की अपनी चुंबकीय ढाल यानी कवच भी हमें विकिरण से बचाने का काम करता है. इस सुरक्षात्मक परत को हेलियोस्फीयर (Heliosphere) कहा जाता है और इसके किनारे को हेलियोपॉज़ कहा जाता है. इसी जंक्शन पर एक भौतिक सीमा है जहां हमारा सौर मंडल समाप्त होता है और बाहरी स्थान शुरू होता है.
कैसे बना 3D मैप?
Astrophysical Journal में 10 जून को प्रकाशित एक नए शोध की रिपोर्ट में अपनी तरह के पहले यानी हेलियोस्फीयर के पहले 3D मैप को दिखाया गया है. इसे हासिल करने के लिए, वैज्ञानिकों ने नासा के Interstellar Boundary Explorer satellite द्वारा एकत्र डाटा का इस्तेमाल किया. इसका उपयोग करके, उन्होंने सौर हवाओं में कणों को ट्रैक किया जो सूर्य से सौर मंडल के किनारे तक पहुंच कर वापस लौटते हैं. इसके आधार पर उन्होंने ये पता लगाया की कि ये सौर हवा आखिर कितनी दूर तक जाने में सक्षम थी. इसी आधार पर शोधकर्ताओं को सौर मंडल के किनारों का नक्शा बनाने की इजाजत मिली.



