दिल्ली के इण्डिया गेट से छत्तीसगढ़ के नक्सलगढ़ के लिए रवाना हो चुकी है 75 महिला बाइकर्स

रायपुर: आजादी के 75वें महोत्सव में सीआरपीएफ की 75 महिला बाइकर, दिल्ली के इंडिया गेट से छत्तीसगढ़ के जगदलपुर के लिए निकल चुकी हैं। सीआरपीएफ की महिला डेयरडेविल्स की रैली दिल्ली के इंडिया गेट से जगदलपुर के लिए रवाना हो चुकी है। जो की 25 मार्च को पहुंचेगी छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में पहुंचेगी। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने अपना 84वां स्थापना दिवस समारोह मनाने का निर्णय लिया है। जिसमे शामिल होने के लिए आजादी के 75वें महोत्सव में सीआरपीएफ की 75 महिला बाइकर, दिल्ली के इंडिया गेट से छत्तीसगढ़ के जगदलपुर के लिए निकल चुकी हैं।
केंद्रीय राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने गुरुवार को इन महिला बाइकर्स को हरी झंडी दिखाकर जगदलपुर के लिए रवाना किया। महिला बाइकर्स 25 मार्च को छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में पहुंचेगी। छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में आयोजित सीआरपीएफ के स्थापना दिवस समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। वह जगदलपुर जिला मुख्यालय से आमसभा को भी संबोधित करेंगे। राज्य के सबसे दक्षिणी क्षेत्र में स्थित बस्तर जिला, सुकमा, दंतेवाड़ा और बीजापुर जैसे जिलों से घिरा हुआ है,जो की छत्तीसगाढ़ का सबसे अधिक नक्सल प्रभवित क्षेत्र है। यहां सीआरपीएफ के नेतृत्व में सुरक्षा बलों द्वारा बड़े नक्सली हमले और जवाबी कार्रवाई की गई है।
रक्षा विशेषज्ञों की मानें तो छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में आयोजित सीआरपीएफ के स्थापना दिवस समारोह यह संदेश देगा कि वामपंथी उग्रवाद प्रभावित राज्यों के सभी क्षेत्रों में बलों का दबदबा है और सशस्त्र नक्सलियों के बहुचर्चित सामरिक जवाबी आक्रामक अभियान के बीच इसका आयोजन किया जाएगा। जिसे प्रदेशवासियो का सुरक्षा बालो पर भरोसा और भी मजबूत हो रहा ही।
सीआरपीएफ के अधिकारिक सूत्रों की मानें तो टीसीओसी मार्च-जून में नक्सलियों द्वारा अपने कैडरों को मजबूत करने और सुरक्षा बलों पर बड़े हमले शुरू करने के लिए किया जाता है क्योंकि जंगलों में हरियाली नहीं होती है, जिससे दृश्यता बढ़ती है।