मौत का दर्दनाक मंजर, मां और दो बेटियों के एक साथ सुसाइड मामले में कई खुलासे, अंदर भरी थी जहरीली गैस और…… – cgtop36.com

शनिवार को वसंत विहार के वसंत अपार्टमेंट में फ्लैट नम्बर-207 में एक 55 वर्षीय महिला और उसकी 30 और 26 वर्षीय दो बेटियों के शव बरामद हुए थे. मृतकों की पहचान मंजू श्रीवास्तव (मां) और दो बेटियों अंशिका और अंकू के रूप में हुई है. पुलिस उपायुक्त (दक्षिण पश्चिम) मनोज सी ने कहा कि एक स्थानीय निवासी ने रात करीब 8.55 बजे पीसीआर कॉल की और बताया कि एक घर अंदर से बंद है और लोग दरवाजा नहीं खोल रहे हैं।
सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत हरकत में आ गई. थाना प्रभारी समेत अन्य कर्मचारी मौके पर पहुंचे और देखा कि दरवाजे और खिड़कियां चारों तरफ से बंद हैं. फ्लैट भी अंदर से लॉक है. डीसीपी ने कहा कि पुलिस ने जब दरवाजा खोला, तो पाया कि एक गैस सिलेंडर आंशिक रूप से खुला था और एक सुसाइड नोट भी था. जैसे ही पुलिस कमरों की जांच करने के लिए आगे बढ़ी, तो उन्हें 4 छोटी-छोटी अंगीठी दिखी और 3 शव बिस्तर पर पड़े मिले।
बताया जा रहा है कि अंगीठी से निकलने वाला धुआं बाहर नहीं निकले, इसके लिए कमरे को पूरी तरह से पॉलीथिन से सील कर दिया गया था. जिसकी वजह से कमरा ‘गैस चैंबर’ बन गया और जहरीले धुएं में दम घुटने के कारण तीनों की मौत हो गई. यह भी पता चला कि सुसाइड नोट के कुछ पन्ने कमरे की दीवार पर चिपकाए गए थे.
घर के मालिक उमेश श्रीवास्तव की अप्रैल 2021 में कोविड 19 के कारण मृत्यु हो गई थी, तब से परिवार डिप्रेशन में था. साउथ दिल्ली में वसंत विहार के फ्लैट में मां और दो बेटियों के शव के पास मिले नोट से खुलासा हुआ है कि यह सामूहिक आत्महत्या का मामला है. नोट से पता चलता है कि आत्महत्या से पहले मां और दोनों बेटियों ने अपने फ्लैट नंबर 207 को गैस चैंबर बना डाला था।
घर के सारे दरवाजों, खिड़कियों और रोशनदानों को पॉलिथीन से सील कर दिया था. गैस सिलिंडर का नॉब भी खुला था. पास में जलती अंगीठी मिली है. तीनों के मुंह से झाग और खून निकला हुआ था. वहीं परिवार ने घर के बाहर एक नोट भी चिपकाया था, जिसमें लिखा था- घर के अंदर जहरीली गैस है, दरवाजा खोलते ही लाइटर माचिस न जलाएं।
10 पेज के सुसाइड नोट में यह भी लाइन लिखी है, ‘जिस दुनिया में हम जा रहे हैं, वहां जाकर हम फिर से एक हो जाएंगे.’ पड़ोसियों ने बताया कि पति उमेश श्रीवास्तव की मौत के बाद से मंजू और दोनों बेटियां डिप्रेशन में थीं. परिवार के पास आर्थिक तंगी भी थी. माना जाता है कि इसी वजह से आत्महत्या का कदम उठाया होगा।




