राजनांदगांव – नवरात्रि के गाइडलाइन को लेकर संघटनो ने किया प्रदर्शन, कुछ बिंदुओं का हो रहा विरोध
आगामी नवरात्रि पर्व को लेकर शासन के द्वारा दिये गए गाईडलाईन की कुछ बिन्दुओं का विरोध करते हुए मुर्तिकर संघ, सेवा पंडाल समिति, विश्व हिन्दु परिषद और बंजरंग दल द्वारा कलेक्टोरेट कार्यलया पहुंचकर प्रदर्शन किया गया। विश्व हिन्दु परिषद ने गाईडलाईन को समाजिक भावनाओं को आहत करने वाला बताया है।
राजनंदगांव शहर में आगामी नवरात्रि पर्व को लेकर मूर्तिकार और विभिन्न सेवा समितियों को जारी किए गए गाइडलाइन का विरोध आज शहर में देखने को मिला। जिसमें बड़ी संख्या में मूर्तिकार, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल के लोगों सहित सेवा पंडाल समिति के लोग शामिल हुए और गाईडलाईन का विरोध करते हुए कलेक्टोरेट कार्यालय का घेराव किया। सभी की एक संयुक्त बैठक शहर के दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर में रखी गई थी। जहां विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने जारी किए गए गाइडलाइन को सामाजिक भावनाओं को आहत करने वाला बताया है। बैठक के बाद बड़ी संख्या में विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल व मूर्तिकार कलेक्ट्रेट कार्यालय ज्ञापन सौंपने पहुंचे जिसमें बजरंग दल के दुर्ग विभाग संयोजक अरुण गुप्ता ने कहा है कि शासन के द्वारा जारी किए गए गाइडलाइन से सामाजिक भावना आहत हो रही है, क्योंकि इस गाइडलाइन में किसी के कोरोना संक्रमित पाए जाने पर सेवा पंडाल में पूजा बंद करने का फरमान जारी किया गया है। वहीं कई समितियां भी शासन के नियमों की वजह से सेवा पंडाल नहीं लगा रही, जिससे मूर्तिकारों को नुकसान हो रहा है।
मूर्तिकारों ने कहा है कि उनकी रोजी-रोटी वर्ष में दो बार गणेश पर्व और नवरात्र के अवसर पर प्रतिमाओं के निर्माण से ही चलती है। जिससे पूरे परिवार का भरण पोषण साल भर होता है। ऐसे में शासन की गाइडलाइन से कई समिति देवी प्रतिमाओं की स्थापना से पीछे हट रही है। मूर्तिकार ने कहा है कि उन्होंने देवी प्रतिमाएं बना ली है और गाइडलाइन की पेचिदगियों की वजह से अगर देवी प्रतिमाएं बचती है तो उसे कलेक्ट्रेट कार्यालय के समक्ष रखकर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
शासन के गाइडलाइन के अनुसार सेवा पंडालों में सीसीटीवी कैमरा लगाना अनिवार्य है, तो वही पंडाल में आने वाले सभी लोगों की एंट्री भी की जानी है। इसी के साथ सेवा पंडाल में पहुंचने वाले किसी व्यक्ति के कोरोनावायरस पाॅजिटिव पाए जाने पर उसका समस्त खर्चा समिति को वाहन करना होगा। वहीं समिति से कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित होता है तो पंडाल में पूजा बंद की जाएगी जैसे कई नियम बनाये गए हैं। जिसके चलते समिति के लोग देवी प्रतिमाओं की स्थापना से कतरा रहे हैं, जिससे मूर्तिकारों को सीधा नुकसान पहुंचेगा। यही कारण है कि बड़ी संख्या में मूर्तिकारों ने विश्व हिंदू परिषद के साथ मिलकर कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव किया और जमकर नारेबाजी भी की। इस दौरान एहतियात के तौर पर पुलिस व्यवस्था भी की गई थी।
 
				
 
						



