inh24छत्तीसगढ़
Trending

मुँह से साँस देकर जब स्नेक मैन सत्यम बचाई इस तरह नाग सांप की जान , जाने क्या होता है सीपीआर की तकनीक

बेहोश हुवे सांपो को सीपीआर दे चुके है परंतु वह सफल नही हुए ! इस बार फिर उन्होंने प्रयास किया , सीपीआर देने के पश्चात् सांप के पूछ में हलचल हुई

मरीज या घायल व्यक्ति की जान बचाने के लिए सीपीआर एक बहुत महवपूर्ण तरीका है। सीपीआर की फुल फॉर्म “कार्डियो पल्मोनरी रिससिटैशन” (Cardiopulmonary resuscitation) है। इससे कार्डियक अरेस्ट और सांस न ले पाने जैसी आपातकालीन स्थिति में व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है परंतु सत्यम ने साबर से मारकर घायल किए गए सॉप जो की अंतिम सास ले रहा था।

जब सत्यम उससे पशु चिकित्सालय ले कर गया तो डॉक्टर ने भी बोला की हालत बहुत नाजुक है इनका बचना नामुमकिन है , परंतु सत्यम ने सोचा जब सीपीआर के जरिए इंसानों को बचाया जा सकता है तो इन बेनुबान जीवों को क्यू नही , सत्यम उससे पूर्व भी 2/3 मर्तबा फॉरेट जैसे जहरीली दवाओ के उपयोग के बाद बेहोश हुवे सांपो को सीपीआर दे चुके है परंतु वह सफल नही हुए ! इस बार फिर उन्होंने प्रयास किया , सीपीआर देने के पश्चात् सांप के पूछ में हलचल हुई उसके पछयत वह हल्का हल्का चलने लगा , और फिर हालत सही होने पर उन्हें दूर के जंगल में छोड़ दिया गया।

जब सत्यम उससे पशु चिकित्सालय ले कर गया तो डॉक्टर ने भी बोला की हालत बहुत नाजुक है इनका बचना नामुमकिन है , परंतु सत्यम ने सोचा जब सीपीआर के जरिए इंसानों को बचाया जा सकता है तो इन बेनुबान जीवों को क्यू नही , सत्यम उससे पूर्व भी 2/3 मर्तबा फॉरेट जैसे जहरीली दवाओ के उपयोग के बाद बेहोश हुवे सांपो को सीपीआर दे चुके है परंतु वह सफल नही हुए ! इस बार फिर उन्होंने प्रयास किया , सीपीआर देने के पच्चत सांप के पूछ में हलचल हुई उसके पछयत वह हल्का हल्का चलने लगा , और फिर हालत सही होने पर उन्हें दूर के जंगल में छोड़ दिया गया।

आपको बता दे सत्यम इससे पहले भी बहुत बार सांपो के इलाज कर उनकी जान बचा चुके है जिसमे प्राग्नेट धामिन सॉप तथा टांगी से मार कर घायल नाग सामिल है ! लगभग 2500 से अधिक सांपो का रेस्क्यू करने वाले सत्यम पूरे संभाग में स्नेक मैन ऑफ सरगुजा नाम से जाने जाते है।

Related Articles

Back to top button