छत्तीसगढ़ , पाटन – राजीव गांधी न्याय योजना के तहत समर्थन मूल्य पर धान बेचने वाले किसानों को दूसरी किश्त की राशि का भुगतान गुरुवार को कर दिया गया। दोपहर बाद किसानों के मोबाइल में एसएमएस आने लगे। अपने खाते में पैसा आए देख किसानों के चेहरे खिल उठे। किसानों ने कहा कि ठीक निंदाई के समय खाते में पैसा मिलने से अब खेती का काम आसान हो जाएगा।राज्य की कांग्रेस सरकार ने समर्थन मूल्य पर प्रति क्विंटल 25 सौ रुपये की दर से धान की खरीदी की थी। खरीदी के दौरान समर्थन मूल्य की राशि तो दे दी थी वहीं अंतर की शेष राशि का भुगतान सरकार ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से किए जाने की घोषणा की थी। किसानों को एक किश्त पहले ही मिल गया है। वहीं 20 अगस्त का इंतजार था। आज 11 बजते ही किसानों के खाते में पैसा पहुंचना शुरू हो गया। जानकारी के मुताबिक दुर्ग जिले के किसानों के खाते में 64 करोड़ 97 लाख रुपये का भुगतान किया गया। इसमें पाटन ब्लाक में लगभग 20 करोड़ का भुगतान किए जाने की जानकारी है।
दोगुना हुआ किसानों का उत्साह
किसानों के खाते में पैसा आते ही किसानों में उत्साह दुगना हो गया। तीजा पर्व पर इस तरह से छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा किसानों को दी जा रही है। किसान न्याय योजना का लाभ से किसान काफी उत्साहित हैं। किसानों ने छत्तीसगढ़ सरकार का धन्यवाद ज्ञापित किया है। किसानों का कहना है कि पहली बार खेती के क्षेत्र में इतनी सफलता मिली है। आर्थिक नुकसान होने के बजाय खेती में लाभ हुआ है। उन्होंने कहा कि पहली किस्त जारी की गई थी। किसानों के खाते में उनसे किसानों ने खेती बाड़ी के सामान के अलावा खेतों का समतलीकरण, खेत में तार लगाने के साथ ही खेतों में मोटर पंप लगाने का काम संपन्ना कराया है। अभी जो दूसरी किस्त खेती एवं भविष्य में तीज त्योहार सामने हैं उस स्थिति में खेती-बाड़ी में निंदाई के लिए आर्थिक रूप से किसान मजबूत हुए हैं।
किसानों का कहना
ग्राम जामगांव एमके कृषक अशोक चंद्राकर ने बताया कि किसान न्याय योजना का दूसरा किश्त खाते में आ गया है। इस पैसे का उपयोग में खेती को और अधिक उपयोगी बनाने के लिए करेंगे। उन्होंने बताया कि पहली किस्त जो मिली वह खेती करने के लिए किसानों को आर्थिक रूप से संबल बनाया है।ग्राम फुंडा के कृषक आनंद बघेल का कहना है कि पिछली बार जो किसान न्याय योजना के तहत राशि करीब 20 हजार रुपये खाते में आई थी। उसका उपयोग खेत को गहरा करने में लगाए थे। खेत मे जॉली तार भी लगाए जिससे कि आवारा मवेशी खेतों तक ना पहुंच पाए॥ इस बार भी जो पैसे आए हैं उसका उपयोग व खेत में बोर पंप कराने में करेंगेग्राम सांतरा के कृषक देवेश चंद्राकर ने बताया कि जब से किसान न्याय योजना शुरू हुई है तब से किसानों का आर्थिक संकट दूर हुआ है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के द्वारा खेती को बढ़ावा देने के लिए जो यह कदम उठाया गया है वह स्वागत है। उन्होंने सरकार के इस कदम को किसानों के लिए वरदान भी बताया।
ग्राम पंदर के कृषक देवेंद्र चंद्रवंशी के खाते में करीब 80 हजार रुपये की राशि किसान न्याय योजना के तहत डाली गई है। उन्होंने बताया कि यह काफी बड़ी राशि है। खेती के लिए केसीसी ऋण व बैंक से लोन भी लेना पड़ता है। किसान न्याय योजना के तहत जो राशि डाली जा रही है उससे उन्हें काफी राहत मिली है
बेचे गए गोबर का पैसा खाते में आया, खुशी का महौल
गुरुवार को गोधन योजना में भी गोठान समितियों में गोबर बेचने वालों के खाते में भी राशि डाली गई। गोधन योजना के तहत गोबर बेचने वाले हितग्राहियों को पहली किश्त के रूप में पांच अगस्त को भुगतान किया गया था। इस लिहाज से गोबर बेचने वाले हितग्राहियों के खाते में दूसरी बार राशि डाली गई। गोबर बेच रहे हितग्राहियों को जानकारी थी कि 20 अगस्त को उनके काते में पैसा आएगा। इसलिए सभी को इंतजार था। किसानों ने राशि मिलने पर खुशी जताई।




