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मां कुदरगढ़ी एल्युमीनियम रिफाइनरी फैक्ट्री के विरोध में फिर उतरे हजारों ग्रामीण, मंत्री भगत पर लगाया ये आरोप

सरगुजा जिले के बतौली विकासखंड के ग्राम चिरंगा में स्थपित होने वाली एमलूनिएम रिफाइनरी फैक्ट्री के विरोध में अब 11 गांव के ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है..रविवार को महा सभा का आयोजन कर ग्रामीण ने जिला प्रशासन और कंपनी प्रबंधन के खिलाफ विरोध जताया है..इस दौरान हजारों की संख्या में ग्रामीण प्रतावित फैक्ट्री के विरोध में एकत्रित हुई थे..

दरसअल सरगुजा जिले के बतौली विकासखंड के ग्राम चिरंगा में मां कुदरगढ़ी एलमुनियम रिफाइनरी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा एलमुनियम रिफाइनरी फैक्ट्री की स्थापना के लिए प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में लगभग 4 महीने पूर्व जनसुनवाई का आयोजन किया गया था..इस दौरान ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखने को मिला था..ग्रामीणों का आरोप है कि जन सुनवाई के दौरान उनकी बातों को नहीं सुना गया और फर्जी जनसुनवाई का आयोजन कर एलमुनियम रिफाइनरी फैक्ट्री स्थापित करने के लिए प्रशासन ने कंपनी प्रबंधन का सहयोग किया है।

वही ग्राम पंचायत चिरंगा में प्रस्तावित एलमुनियम रिफाइनरी फैक्ट्री के विरोध में ग्रामीण लामबंद हो गए..चरणबद्ध ढंग से प्रभावित गांव के ग्रामीण फैक्ट्री के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं..2 सितंबर को ग्रामीणों ने तहसील कार्यालय का घेराव कर विरोध जताया था..लेकिन मां कुदरगढ़ी एलमुनियम रिफाइनरी फैक्ट्री लिमिटेड कंपनी के आगे प्रशासन और जनप्रतिनिधि नतमस्तक हैं..यही वजह है कि ग्रामीणों ने एक बार फिर विरोध जताया है।

प्रस्तावित एल्युमीनियम रिफाइनरी फैक्ट्री के विरोध में रविवार को ग्राम पंचायत चिरंगा में महासभा का आयोजन..इस दौरान 11 गांव के हजारों ग्रामीण फैक्ट्री के विरोध में एकत्रित हुए थे..वही महासभा में एकजुट हुए ग्रामीणों ने प्रस्तावित फैक्ट्री के विरोध में एक बार फिर मोर्चा खोल दिया..ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि प्रशासन से सांठगांठ कर मां कुदरगढ़ी एलमुनियम रिफाइनरी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी चिरंगा में फैक्ट्री का स्थापना करना चाहती है।

वही फैक्ट्री की स्थापना से ग्रामीणों को भविष्य में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा..एक तरफ जहां गांव का वातावरण प्रदूषित होगा वही इस लाभ भी से ग्रामीणों को लाभ भी नहीं मिलेगा। प्रभावित गांवों के ग्रामीण पुरजोर तरीके से विरोध जताकर प्रस्तावित फैक्ट्री को निरस्त करने की मांग कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि लगभग 2 वर्ष पूर्व गांव में गौठान प्रस्तावित हुआ था..लेकिन फैक्ट्री की वजह से गौठान का निर्माण कार्य अधूरा रह गया।

इसके अलावा ग्रामीणों ने स्थानीय विधायक एवं खाद्य मंत्री अमरजीत भगत पर आरोप लगाते हुए कहा कि क्षेत्र के विधायक केवल ग्रामीणों के समर्थन में बयान बाजी कर रहे हैं..लेकिन ग्रामीणों के साथ  कंधे से कंधा मिलाकर प्रस्तावित फैक्ट्री के विरोध में कुछ नहीं बोल रहे..जबकि चुनाव के दौरान ग्रामीण उनका समर्थन करते हैं।

यही नहीं ग्रामीणों का कहना है कि विधायक अमरजीत भगत संज्ञान में पूरा मामला है बावजूद इसके गांव पहुंच कर दो ग्रामीणों के समर्थन में नहीं खड़े हो रहे है..इसके अलावा ग्रामीणों ने कहा कि जब तक प्रस्तावित फैक्ट्री के प्रस्ताव को निरस्त नहीं कर दिया जाता तब तक ग्रामीण इसका विरोध करते रहेंगे।

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