
जय किशन साहू: वन विभाग अरसीकन्हार टाइगर रिजर्व परिक्षेत्र लाखों बजट से पुल निर्माण किया जा रहा है जिसमें मजदूरो की जगह जेसीबी मशीन से गड्ढा खोदाई किया जा रहा है और मसटारोल लोगों के नाम निकाला जा रहा है और मजदूर खाली हाथ घर में बैठे हैं शासन के निर्देशों का उल्लेघन वनविभाग स्वयं कर रहे हैं मशीने नहीं चलाई जाती है वन विभाग के अधिकारी अच्छी तरह से जानते फिर भी बेधड़क मशीनों से कार्य कराया जा रहा सड़क निर्माण से लेकर पुल के गड्ढा खोदाई तक और तो और बेस में गिले गिट्टी मसाले के जगह , सुखा मटेरियल का उपयोग किया जा रहा है पहले गिट्टी ,रेत,के बाद सिमेटं को डाला जा रहा है

इसी तरह तीन पुल का निर्माण हो चुका है चौथे पुल का कार्य मुख्य मार्ग से अलग कुछ ही दुरी में बनाया जा रहा वन विभाग कि असीलियत दिखाई दे रहा है किस तरह के काम कराया जा रास्ते से गुजरने वाले लोग निर्माण कार्य कि अवगुणों को देख अको्शीत हो रहे हैं कि जहां आवश्यकता है ग्रामीणों को जो छोटे छोटे नंदी पार कर र्दर्जने गांव के ग्रामीण और व्यापारी बाजार जाते हैं उस रास्तों न बना कर जंगल जाने वाले रास्ते में बनाया जा रहा है तीन तीन पुल जो लोगों को आसोभनीय लग रहा है वनांचल क्षेत्र ठेहनी ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम छोटे गोबरा दौड़ पंडरी पानी, ।
संन्दबाहरा ,करही, डोंगरगांव,उजरावन,रिसगांव मार्ग में आगमन की सुविधा के लिए कोई मतलब नहीं रख रहे हैं वन विभाग ग्राम वासियों ने सालों से यहां सड़क और पुल निर्माण की मांग कर रहे हैं लेकिन वन विभाग ग्रामीणों की मांग को नजरअंदाज करते हुए जंगल के अंदर लाखों खर्च कर सड़क और पुल बना दिया है जबकि यहां किसी तरह के आगमन नहीं है ऐसे अब बाजार व्यापारी खुद श्रमदान से सड़क निर्माण कर बाजार पहुंच रहे हो उल्लेखनिय है की धमतरी जिले के अंतिम छोर पर पर बसा ग्राम रिसगांव ग्राम सहित आसपास के दर्जनों ग्रामों की आज मुख्य मूल भूत सुविधा सड़क व पुल की सदियों से मांग कर रहे हैं जहां हर बात इन ग्रामीणों के हाथ मायूसी की हाथ लगी जिले अधिकारी से लेकर प्रदेश प्रतिनिधियों तक सड़क पुल निर्माण की मांग कर चुके हैं मांग पूरी नहीं होने के कारण आज ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है रविवार को नगरी क्षेत्र के व्यापारी मरम्मत करते हुए बाजार स्थल पहुंच रहे हैं ।
प्रकाश सिन्हा व्यापारी जाओ सब तवा पुल का निर्माण करना चाहिए बड़ी मुश्किल से बाजार पहुंचते हैं यहां छोटी-छोटी समस्या का पहले समाधान करना चाहिए मनोहर साहू व्यापारी।बाजार आने जाने में मानव गिरी के पास छोटा सा पानी निकासी का फूल बनाना चाहिए जहां हमेशा खतरा बना रहता है डाकेश पटेल । रिसगांव परिक्षेत्र में जो समस्या है उसे जनप्रतिनिधियों को पहले समस्या का समाधान करना चाहिए।लव यादव ग्रामीण, जिसको क्षेत्र के किसान व्यापारी हमेशा सड़क पुल के लिए अभाव में परेशान रहते हैं सरकार को सबसे पहले सड़क पुल पर ध्यान देना चाहिए।
विधायक की बात को नजरअंदाज नजरअंदाज
घर पहली आशिकाना रेंज जिस गांव मार्ग के बारिश से जर्जर हुए तो बिना पुरवा बांदा गिरी में टूटे हुए पूर्व को जल्द से जल्द निर्माण करने के लिए सिहावल विधायक डॉक्टर लक्ष्मी ध्रुव ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश किया था जहां अधिकारी ने विधायक से जल्द फूल बनाने का आश्वासन दिया मगर वन विभाग के अधिकारियों एवं विधायक की बात नहीं मानी और आज तक वहां पुल का निर्माण नहीं किया गया बल्कि उनके निर्देशों के बाद अर्शी कन्हा रेंज के ऐसे जगह पुल का निर्माण कर दिया है है उस रास्ते से वन विभाग स्वयं आते जाते हैं।।
वन विभाग ने आबादी क्षेत्र के बजाए
जंगल जाने के रास्ते में
एक पुल जो कि 6लाख 50000 का है जिसका और निर्माण किया जा रहा है इसी मार्ग में कुछ सप्ताह पहले दो पुल 20 लाख लागत से निर्माणकिया गया है। 2 वर्ष पहले एक और पूल का निर्माण हो चुका है इसी तरह उस रास्ते में 4 पुल का निर्माण हो चुका है जो बेमतलब है ।।




