अंतर्राष्ट्रीय मार्केट में सोने की बढ़ती कीमतों का असर भारतीय सर्राफा बाजार में भी देखने को मिल रहा है। अब सोने का हर दिन नया शिखर छूना आम हो गया है। देशभर के सर्राफा बाजारों में आज 24 कैरेट सोना औसतन 341 रुपये उछलकर 53354 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव से खुला। बुधवार को यह 53013 पर बंद हुआ था। वहीं दिल्ली सर्राफा बाजार में यह 54000 के पार चला गया है। जबकि, आज चांदी 1040 रुपये प्रति किलोग्राम सस्ती होकर 63260 के रेट से खुली। बुधवार को चांदी 64300 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई थी। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन की वेबसाइट के मुताबिक 30 जुलाई 2020 को देशभर के सर्राफा बाजारों सोने-चांदी के हाजिर भाव इस प्रकार रहे |
ऊंची कीमतों की वजह से घटी मांग!
डब्ल्यूजीसी के प्रबंध निदेशक, भारत सोमसुंदरम पीआर ने पीटीआई-भाषा से फोन पर कहा, ”दूसरी तिमाही में सोने की मांग में गिरावट की प्रमुख वजह कोविड-19 के चलते प्रमुख उपभोक्ता बाजारों भारत और चीन में लॉकडाउन रहा। हालांकि, ऊंची कीमतों की वजह से सोने की मांग कितनी प्रभावित हुई है यह स्थितियों के सामान्य होने के बाद ही पता चलेगा। तभी यह सामने आएगा कि सोने में तेजी को लेकर उपभोक्ताओं की क्या प्रतिक्रिया है।
फिर भी क्यों बढ़ रहे दाम
केडिया कमोडिटीज के डायरेक्टर अजय केडिया कहते हैं कि गोल्डमैन ने अपने 12 महीने के पूर्वानुमान में सोने के लिए दो हजार डॉलर प्रति औंस से बढ़ाकर 2300 डॉलर प्रति औंस कर दिया। वर्तमान में इसकी कीमत लगभग दो हजार डॉलर प्रति औंस है। वहीं कोरोना वायरस का संक्रमण कम होने के बजाय बढ़ता जा रहा है। इससे शेयर बाजारों में जहां अनिश्चितता का माहौल है वहीं रियल एस्टेट भी पस्त पड़ा है। इस दौर निवेशकों के लिए सबसे सुरक्षित सोना ही नजर आ रहा है। निवेशकों का रुझान गोल्ड, गोल्ड ईटीएफ और बॉन्ड की तरफ बढ़ा है। यही वजह है कि सोने के रेट बढ़ते जा रहे हैं। वहीं कोरोनावायरस संक्रमण के कारण खनन कार्य प्रभावित होने और आपूर्ति बाधित होने से चांदी की कीमतों में ज्यादा तेजी देखी जा रही है।