छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के ग्राम पंचायत तामडाँड़ में बने अंजनी जलाशय में आई दरार के कारण मट्टी धसकने से ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई है. अंजली जलाशय का निर्माण लगभग 3 या 4 वर्ष पूर्व किया गया है. यही कारण है कि तामडाँड़ में बने अंजनी जलाशय निर्माण कार्य पर सवाल उठ रहे है।

अंजली जलाशय बांध टूटने से काफी ग्रामीणों को नुकसान का सामना करना पड़ सकता है. इससे कई हेक्टेयर फसलों की बर्बादी हो सकती है कई घरों को काफी नुकसान भी हो सकता है बांध में आई दरार की जानकारी मिलते ही विभाग के द्वारा दो दिन से ही इस पर कार्य किया जा रहा है लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिल पाई है।

गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व ही खड़ा जलाशय बांध टूटने की जानकारी कर्मचारियों को मिली थी लेकिन उसके बाद भी ना तो जिम्मेदार अधिकारियों एवं कर्मचारियों के द्वारा सभी जलाशयों की जांच की गई अगर सभी जलाशयों की जांच की जाती तो आज अंजनी बांध में दरार आने की संभावना बहुत कम होती।

वही मौजूद ग्रामीणों से जब मीडिया ने जानकारी ली तो ग्रामीणों ने बताया कि अगर गेट से समय रहते पानी को निकाल दिया जाता तो आज इस तरह से बांध में दरार नहीं आती कहीं ना कहीं जिम्मेदार कर्मचारी की लापरवाही को ग्रामीणों के सामने आती। अंजनी जलाशय में दरार की सूचना मिलते ही ग्रामीणों का हुजूम बांध पर आकर इकट्ठा हो गए जिसे पुलिस की सहायता से वहां से दूर किया गया। अधिकारी एवं कर्मचारी अंजनी जलाशय पर पानी के बहाव को रोकने का प्रयास करते नजर आए ।