छत्तीसगढ़

पति के मौत के बाद बेटों ने बीमार माँ को छोड़ा बेसहारा, बीमार माँ मुक्तिधाम में रहने को मजबूर देखिये बीमार माँ की दर्द भरी कहानी..

कोरिया। एक महिला को परिजनों द्वारा जीते जी मुक्तिधाम पहुंचाने का मामला सामने आया हैं ये मामला भरतपुर सोनहत विधानसभा के एक गांव की है। जहां महिला 5 महीने से मुक्तिधाम में पड़ी है। वहां ना कोई उसे देखने वाला और ना उसकी कोई फरियाद सुनने वाला है।

दरअसल ग्राम पंचायत चौघडा के शांति नगर में रहने वाली बेबी सारथी के पति जीतू सारथी की मौत बीते 8 महीना पहले हो गई थी। पति की मौत के बाद परिवार के लोगों ने बेबी  का ध्यान देना बंद कर दिया। इस दौरान वह गंभीर बीमारी से पीड़ित हो गई। इसके बाद उसके बच्चों और उसकी सास ने उसे मुक्तिधाम में ले जाकर छोड़ दिया।

मनेंद्रगढ़ रेलवे केविन के पास मुक्तिधाम परिसर के नजदीक बने शेड में बीते 5 महीने से एक ही खाट पर पड़े-पड़े वह मल मूत्र का त्याग करती है। उसके बिस्तर के नीचे गंदगी का अंबार लगा हुआ है। इतनी गंदगी में भला उसे नींद कहां आती है और लेटे-लेटे उसके पूरे शरीर में घाव भी हो गए हैं।

आसपास गुजरने वाले लोग किसी तरह से नाक दबाकर वहां से गुजरते हैं। जब इस बात की जानकारी भाजपा नगर मंडल मनेंद्रगढ़ के महामंत्री रामचरित द्विवेदी को हुई तो उन्होंने तत्काल मौके पर पहुंचकर महिला से बात की। तब महिला ने फफक फफककर रोते हुए अपनी दास्तान बयां की।

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