
हरीश यादव महासमुंद – जिले में एक बार फिर बेमौसम बारिश किसानों के लिए आफत बनकर आई है जिले पहले से मौसम की मार झेल रहे किसानों को दोहरी मार पड़ी है। बेमौसम बारिश से जिले के सैकड़ो एकड़ में लगे सब्जी, भाजी और गेहूं सहित दलहन तिलहन की फसल बरबाद हो गई है जिससे किसान परेशान है।
महासमुंद जिले के सभी ब्लॉकों में पिछले 24 घंटे से रूक-रूक कर आफत की बारिश हो रही है। जिले में बेमौसम बारिश ने एक बार फिर किसानों की मेहनत को पानी-पानी कर दिया है। बीते सप्ताह भी बेमौसम हुई बारिस से किसानों को भारी नुकसान पहुंचा है उससे किसान उबरे भी नहीं थे कि एक बार फिर आफत की बारिश लौट आई।

जिले में धान की कटाई तो हो गई लेकिन दलहल-तिलहन और गेहूं की खेती किसानों द्वारा की जा रही है। वहीं जिले भर में सैकडों एकड़ में किसानों ने सब्जी की फसल भी ली है जिसे बेमौसम बारिश से काफी नुकसान हुआ है, दलहन तिहलन और सब्जी-भाजी की फसलें पूरी तरह बरबाद हो गई है। बारिश की वजह से पत्ता गोफी, बैगन, टमाटर, फूल गोफी, शिमला मिर्च और हरी मिर्च की फसलों पर किट के प्रकोप के चलते किसानों को लाखों रूपए की क्षति पहुंची है।
मौसम की मार से बचने के लिए कृषि विभाग के पास भी कोई उपाय नहीं, जिससे किसानों को नुकसान से बचाया जा सके। जिले में लगातार हो रही बारिश की वजह से खेतों में पानी भर गया है और फसलों में किट पतंगों को प्रकोप भारी पैमाने पर फैल गया है। कृषि विभाग के अधिकारी भी इस बात को स्वीकार कर रहे है और किसानों को बारिश का पानी एकत्र ना हो इस बात की सलाह देते हुए, मौसम खुलने के बाद ही कुछ कर पाने की बात करते नजर आ रहे है।
कृषि विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार जिले में इस वर्ष गेहू 2100 हेक्टेयर में है, जिसमें 66 हेक्टेयर फसल प्रभावित हुआ है और 30 प्रतिशत फसल को क्षति पहुंची है। मक्का 222 हेक्टेयर, चना 12 हेक्टेयर प्रभावित हुआ है, इसके अलावा तिवड़ा 57 हेक्टेयर में से 10 प्रतिशत को क्षति पहुंची है। मूंग 0.40 हेक्टेयर में 20 प्रतिशत क्षति होना पाया गया है। वहीं मटर, उड़द और सब्जी भाजी का 50 प्रतिशत फसल क्षति ग्रस्त होना बताया जा रहा है ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि आखिर किसानों पर यह बेमौसम बारिश किस तरह से आफत का कहर बरसा रही है।



