मध्यप्रदेश

पुलिस को मिली बड़ी सफलता, 467 किलो गांजा बरामद, गांजा तस्करों की स्कॉर्पियो भी जप्त


क्राइम ब्रांच और महाराजपुरा थाना पुलिस को अवैध मादक पदार्थ पकड़ने में बड़ी कामयाबी मिली है। उड़ीसा से ट्रक में 467 किलो गांजा लेकर निकले चार तस्करों को बरैठा टोल महाराजपुरा से पहले पकड़ लिया गया है। ट्रक से करीब चार किलोमीटर आगे गांजा तस्करों की स्कॉर्पियो भी चल रही थी। गिरोह आगे चलते ट्रक चालक को अलर्ट करते जा रहे थे। पकड़े गए गांजा की कीमत 50 लाख रुपए आंकी जा रही है। इसमें खास बात यह है कि उड़ीसा से कई बार गांजा लेकर आए तस्कर यहां पकड़े जा चुके थे, लेकिन इस बार सरगना पुलिस के हाथ लगा है। लूट के मामले में उस पर पांच हजार रुपए का इनाम भी घोषित है। फिलहाल इनसे पूछताछ की जा रही है।

एसएसपी राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि कुछ समय से सूचना मिल रही थी कि महाराजपुरा होते हुए गांजे की बड़े स्तर पर तस्करी हो रही है। सूचना पर टीआई क्राइम अमर सिंह सिकरवार और महाराजपुरा थाना प्रभारी को सूचना की तस्दीक के साथ कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। इसके बाद से ही पुलिस और क्राइम की दो टीमें लगी हुई थीं और शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात को जैसे ही गांजा लेकर तस्कर पुलिस के बिछाए जाल में फंस गए। हालांकि गांजा तस्करों ने पुलिस से बचने के लिए आगे अलर्ट करते हुए चलने के लिए एक स्कॉर्पियो दौड़ाई थी। पुलिस ने पहले गांजा पकड़ा फिर स्कॉर्पियों को पकड़ा है। ट्रक से 467 किलो गांजा के साथ चार गांजा तस्कर भी पकड़े गए हैं।

क्राइम ब्रांच द्वारा पकड़े गए तस्करों से पूछताछ की तो उनकी पहचान वीरेन्द्र उदेनिया, विक्रम गुर्जर, विनय उर्फ भूरा जाट व राजकुमार रघुवंशी के रूप में हुई। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि वीरेन्द्र उदेनिया मूल रूप ये इटावा उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। अभी वह आगरा में रह रहा है। वीरेन्द्र ही तस्करी के मामले में सरगना है और भूरा उसका पार्टनर है। वीरेन्द्र पर ग्वालियर के घाटीगांव थाना में एक लूट सहित कई संगीन मामले दर्ज हैं। लूट के मामले में फरार होने पर उस पर पांच हजार रुपए का इनाम घोषित है, जबकि विक्रम व राजकुमार ट्रक ड्राइवर हैं।

पूछताछ के बाद पुलिस को पता लगा है कि गांजा तस्करी गिरोह का सरगना ग्वालियर से पांच हजार रुपए का इनामी वीरेन्द्र पहली बार पुलिस के हाथ आया है। वह फ्लाइट से आगरा या ग्वालियर से उड़ीसा पहुंचता था। वहां से ट्रक में माल लदवाकर रवाना करता था। वह अपनी टीम के साथ आगे-आगे स्कॉर्पियो में सवार होकर चलता था। ट्रक से पांच किलोमीटर कार आगे चलती थी और हर बात पर अलर्ट करती थी। कहां चेकिंग लगी है कहां से रास्ता बदलना है। जिस कारण वह आसानी से पुलिस को चकमा देकर निकल जाते थे। इस पर मध्य प्रदेश में चुनाव को लेकर आचार संहिता लागू थी इसलिए वह नहीं बच पाए। पुलिस ने पहले ट्रक को पकड़ा फिर कुछ देर बाद जब ट्रक पीछे आता नहीं दिखा तो स्कॉर्पियो सवारों का कॉल आया। जिस पर चालक ने बताया कि टायर पंचर हो गया है। जैसे ही कार सवार लौटे पुलिस ने उनको दबोच लिया।



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