छत्तीसगढ़

आगामी विधानसभा चुनाव के लिये कांग्रेस के विधायक के कामकाज का लेखा-जोखा हो रहा तैयार इसी के आधार पर मिलेगा टिकट

रायपुर। छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल के ढाई वर्ष का कार्यकाल पूरा होते ही पार्टी संगठन दूसरी पारी की तैयारी में जुट गई है। इसके लिए सरकार से लेकर हर एक विधायक का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जा रहा है।

विधायकों के कामकाज की समीक्षा की जिम्मेदारी जिला संगठन और सरकार के साथ मंत्रियों को परखने का काम प्रदेश संगठन को सौंपा गया है।आगामी विधानसभा चुनाव में यही रिपोर्ट टिकट वितरण का आधार बनेगा। कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनकी सरकार के कामकाज से पूरी तरह संतुष्ट है। प्रदेश सरकार पूरी तरह कांग्रेसी की रीति- नीति के हिसाब से काम कर रही है। यही वजह है कि देशभर में होने वाली कांग्रेस की रैली और सभाओं में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका से लेकर ज्यादातर राष्ट्रीय नेता भूपेश सरकार के कामकाज का जिक्र जरूर करते हैं।

इतना ही नहीं दूसरे राज्यों की तरह यहां संगठन और सरकार के बीच किसी तरह का विवाद भी नहीं है। इस बीच सीएम की कुर्सी को लेकर ढाई-ढाई साल के कार्यकाल का विवाद शांत पड़ते ही भूपेश बघेल समर्थकों का हौसला बुलंद हो गया है। संगठन पर बघेल समर्थकों का ही वर्चस्व है। इससे दूसरे खेमे के विधायकों की चिंता बढ़ गई है।पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि छत्तीसगढ़ में विपक्ष में रहने के बावजूद कांग्रेस ने पिछले विधानसभा चुनाव में बंपर सीटों पर जीतकर दर्ज की थी। पार्टी नेतृत्व चाहता है कि अब उसकी पार्टी छत्तीसगढ़ में सत्ता में है, तो मुख्यमंत्री, मंत्रियों और अपने विधायकों के कामकाज के बूते आगामी विधानसभा चुनाव में भी जोरदार प्रदर्शन करे।

पार्टी सूत्रों का कहना है कि जिन मंत्रियों या विधायकों का परफार्मेंस अच्छा नहीं पाया जाएगा, उन्हें कामकाज सुधारने का मौका मिलेगा। इसें बाद भी जिसका प्रदर्शन नहीं सुधरेगा, उसका आगामी चुनाव में टिकट कट सकता है।

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