
राजधानी : कोरोना के दूसरी लहर में मामले होते ही अब राजधानी रायपुर में डेंगू का खतरा मंडराने लगा है. मानसून आगमन के साथ झमाझम बारिश के बाद अब डेंगू के खतरे को देखते हुए नगर निगम ने कमर कस ली है. 3 हफ्ते में में 15 डेंगू के मरीज मिलने के बाद नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम इस बीमारी के रोकने के लिए सभी वार्डों में विशेष अभियान चला रही है. महापौर एजाज ढेबर भी इस अभियान पर लगातार नजर बनाए हुए है. महापौर एजाज ढेबर के निर्देश पर राजधानी के सभी वार्ड के पार्षद अपने-अपने वार्ड के लोगों के पास पहुंच कर लोगों को जागरूक कर रहे है. इसके साथ ही डेंगू के खतरों के बारे में अवगत करा रहे है। राजधानी में
वहीं अब राजधानी में डेंगू को लेकर महापौर एजाज ढेबर ने कहा की रायपुर नगर निगम इसको रोकने के लिए युध्द स्तर पर प्रयास कर रही है. जिन इलाकों से साफ सफाई की समस्या आ रही है, वहां पर नगर निगम की टीम तत्काल पहुंच रही है. महापौर ने कहा कि जिस तरह पीलिया से बचाव के लिए नगर निगम ने मोर्चो संभाला था, ठीक उसी प्रकार इस बार भी काम किया जा रहा है. उन्होने कहा कि इस बार भी डेंगू रोकने के लिए लगातार प्रयास की जा रही है।
इसी बीच वही अब सीएमएचओ डॉ मीरा बघेल ने बताया कि डेंगू का खतरा मंडरा रहा है. हमारी टीम लगातार वार्डों में जा रही है. अब तक कोटा के भरत नगर, रामनगर जहां पर केसेस पाए गए हैं वहां पर दो हजार घरों में से सैंपल लिया जा चुका है. सभी सैंपल अभी निगेटिव आए हैं. टीम लगातार अलग-अलग क्षेत्रों में जा रही है. उन्होंने कहा की शहर के निचले इलाके और बस्तियों पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है।
बता दें की डेंगू बुखार से पीड़ित मरीज के खून में डेंगू वायरस बहुत ज्यादा मात्रा में होता है. जब कोई एडीज मच्छर डेंगू के किसी मरीज को काटता है तो वह उसका खून चूसता है. खून के साथ डेंगू वायरस भी मच्छर में चला जाता है. जब डेंगू वायरस वाला वह मच्छर किसी और इंसान को काटता है तो उससे वह वायरस उस इंसान के शरीर में पहुंच जाता है, जिससे वह डेंगू वायरस से पीड़ित हो जाता है।




