inh24छत्तीसगढ़

संरक्षण में महिला की हुई बेदम पिटाई, पुलिस की रौबदारी से ग्रामीणों में हुई दहशत

अंबिकापुर जिले से कुछ ही दूरी पर स्थित ग्राम तराजू की एक महिला के साथ उसके समीपवर्ती भूमि स्वामी के साथ मिलकर आर.आई पटवारी एवं पुलिस विभाग ने ऐसा घिनौना खेल खेला है, जिसके कारण महिला को अपने ढाई साल के कुपोषित एवं मूक बधिर बच्चे के साथ जेल की सलाखों में कई दिन गुजारनी पड़ी।

ग्राम तराजू थाना तहसील लखनपुर जिला सरगुजा निवासी सेटली दास पति जागेश्वर दास नामक महिला की भूमि तथा गांव के ही दौलत राम पिता कार्तिक नाम के व्यक्ति की भूमि एक दूसरे से सटी हुई भूमि है।

READ ALSO – छत्तीसगढ़ – NSUI के महासचिव की जूते चप्पलों से हुई पिटाई, नेताजी ने किया था ऐसा काम, जब पोल खुली तो ग्रामीणों ने…

सेटली दास के द्वारा अपनी भूमि संबंधी विवाद को लेकर न्यायालय के समक्ष प्रकरण प्रस्तुत किया गया है जो वर्तमान में लंबित एवं विचाराधीन है। दौलत राम जो कि सेटली दास का सीमावर्ती भूमि स्वामी है होते हुए प्रभावशाली, दबंग तथा राजनैतिक प्रभाव वाला व्यक्ति के द्वारा घटना दिनांक 30.01.2021 को सेटली दास को इस बात की जानकारी एवं भनक लगे बिना अपनी भूमि का सीमांकन संबंधित पटवारी, आर आई के द्वारा कराया जा रहा था, जिस पर सेटली दास ने मौके पर भीड़ इकट्ठा देखकर वहां पहुंची और सीमांकन की जानकारी उसे नहीं होने एवं कोई नोटिस नहीं मिलने की बात कहते हुए सीमांकन पर आपत्ति जताई, जिस पर सीमावर्ती भूमि स्वामी दौलत राम के द्वारा अपनी दबंगई दिखाते हुए थाना लखनपुर की पुलिस को फोन कर मौके पर बुलाया एवं अपने पिता के साथ मिलकर सेटली दास को जान से मारने की धमकी देते हुए महिला आरक्षक, ज्योति तिर्की जो कि थाना लखनपुर में पदस्थ है, उनके द्वारा अपने सहकर्मी पुलिस बालों की मौजूदगी मैं एवं अपने ईमान को दौलत राम को बेचते हुए सेटली के साथ बाल पकड़कर उसे उसी की जमीन में सभी ग्राम वासियों एवं मौके पर उपस्थित पटवारी और आर आई की मौजूदगी में घसीट घसीट कर मारा गया जिसका तमाशा पूरा गांव एवं प्रशासनिक देखता रहा है।

इतना ही नहीं पुलिसकर्मी महिला आरक्षक ज्योति तिर्की के द्वारा अपने सहकर्मी पुलिसकर्मियों के द्वारा सेटली दास एवं उसके ढाई वर्षीय मासूम बच्चे जो अभी कुपोषित एवं बोलचाल करने में सक्षम नहीं है, को सेटली दास के साथ शाम के 6:00 बजे घटना को थाना लखनपुर ले जाया गया, जहां सेटली दास के साथ पुलिसकर्मियों ने जो कृत्य किया वह बताने योग्य नहीं है।

READ ALSO – 15 साल की नाबालिग लड़की के साथ 4 युवकों ने किया गैंगरेप, जशपुर का मामला

जब सेटली दास के द्वारा थाना लखनपुर में अपनी रिपोर्ट दर्ज कराने का प्रयास किया गया तो पुलिसकर्मियों ने दौलत राम के प्रभाव में आकर सेटली दास की रिपोर्ट दर्ज करने से इंकार कर दिया गया तथा दौलत राम की झूठी मिथ्या और बनावटी रिपोर्ट के आधार पर सेटली दास के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध करते हुए,उसे उसके कुपोषित बच्चे के साथ जेल में डाल दिया गया ।

पुलिस के द्वारा एक लाचार और बेबस महिला के साथ अमानवीय कृत्य करते हुए अपनी बहादुरी का परिचय दिया गया है। उस महिला का मात्र इतना ही दोष था कि उसे भूमि सीमांकन के बारे में किसी भी प्रकार की कोई जानकारी नहीं मिली थी और उसके द्वारा इस पर आपत्ति की गई थी। जिसकी सजा उसे अमानवीय कृत करते हुए पुलिस वालों के द्वारा दी गई और उसे सरेआम बेइज्जत किया गया । क्या कानून में सिर्फ पुलिस की वर्दी पहने हुए लोगों को ही कानून हाथ में लेने की इजाजत है आम लोगों को अपनी बात रखने की कोई स्वतंत्रता नहीं है। सेटली दास के साथ पुलिस वालों ने अमानवीय एवं क्रूरता पूर्ण व्यवहार करते हुए उसके साथ सरेआम मारपीट की, जो पुलिस वालों की शान बढ़ा रहा है।

READ ALSO – पुल से टकराकर बाइक सवार दो युवकों की दर्दनाक मौत

पुलिस विभाग अपनी वर्दी का नाजायज लाभ उठाते हुए आम लोगों पर अपना रुतबा दिखाने से बाज नहीं आ रहा है। आम लोगों में पुलिस प्रशासन के खिलाफ आक्रोश की भावना जागृत हो चुकी है जिसका खामियाजा वर्तमान सरकार को आगामी समय में भुगतना पड़ेगा, ऐसी घटनाओं में शासन प्रशासन के तत्काल कार्यवाही करने की आवश्यकता है।
इन सब को लेकर जब बड़े पदों पर आसींन पुलिस के आला अधिकारियों से संपर्क साधने का प्रयास किया गया तो उन्होंने इस संबंध में कोई भी बयान देने से स्पष्ट तौर पर मना कर दिया। इतना ही नहीं सामाजिक संस्थाओं, जो सामाजिक कार्य करने का दंफ भरती हैं, उनके द्वारा भी इस दिशा में कोई पहल नहीं की गई है, समाज के ठेकेदारों ने चुप्पी साध ली है।

बहरहाल पुलिस प्रशासन की छवि एवं प्रशासनिक अमले की छवि वर्तमान शासन के कार्यकाल में क्या है वीडियो एवं पुलिस विभाग के कर्मचारियों की हरकतों से अंदाजा लगाया जा सकता है। जनता का विश्वास पुलिस प्रशासन एवं वर्तमान सरकार से बिल्कुल उठ चुका है जिसका खामियाजा आगामी समय में भुगतना पड़ेगा पर क्या सेटली दास जैसी महिलाओं को न्याय मिलेगा इसकी उम्मीद वर्तमान सरकार में पदस्थ शासन प्रशासन के आला अधिकारियों एवं कर्मचारियों से नहीं की जा सकती है। कहना लाजमी होगा अंधेर नगरी चौपट राजा।

Related Articles

Back to top button