
दिल्ली से देहरादून जा रही शताब्दी एक्सप्रेस में आग लग गई. हादसा उत्तराखंड के कांसरो स्टेशन के पास हुआ. हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है लेकिन ट्रेन का एक कोच पूरी तरह जल गया। जानकारी के अनुसार आग कोच सी-5 में लगी थी. हादसे की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार घटना शनिवार दोपहर करीब 12:30 बजे की बताई जा रही है. शताब्दी एक्सप्रेस जब राजाजी टाइगर रिजर्व की कंसरो रेंज से होकर गुजर रही थी तभी रेलगाड़ी के (सी 5) कोच में अचानक आग लग गई। कोच में मौजूद यात्रियों ने इमरजेंसी चेन खींचकर लोको पायलट को सूचना दी। लोको पायलट में तत्काल इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रेलगाड़ी को कंसरो रेंज के नजदीक ही रोक दिया।
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। हादसा शॉर्ट सर्किट के कारण हुआ है. ऐसा बताया जा रहा है बोगी में 30 से अधिक लोग सवार थे। घटना शनिवार दोपहर 12:20 बजे के आसपास की बताई जा रही है। वहीं आग लगने का कारण शॉट सर्किट बताया जा रहा है। राजाजी टाइगर रिजर्व क्षेत्र होने के कारण कांसरो में मोबाइल नेटवर्क सेवा उपलब्ध नहीं है। जिस कारण घटना की जानकारी जुटाने में समय लगा। आग लगने से किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है। वहीं आग इतनी भयानक थी कि देखते ही देखते पूरा कोच आग की लपटों की चपेट में आ गया। जिस जगह पर यह हादसा हुआ, वहां सिर्फ वन विभाग की चौकी है। अधिकारी मौके पर पहुंचे गए हैं और घटना की छानबीन में लग गए हैं। वहीं देहरादून रेलवे स्टेशन के अधीक्षक परिचालन सीताराम शंकर ने बताया कि शताब्दी एक्सप्रेस रायवाला से देहरादून के लिए रवाना हुई थी।
ट्रेन के गार्ड ने जानकारी दी कि सी-5 कोच के सभी यात्री सुरक्षित हैं. उन्हें आग लगने के फौरन बाद दूसरी बोगियों में शिफ्ट कर दिया गया था। इस कोच में कुल 35 यात्री सवार थे, किसी को भी नुकसान पहुंचने की खबर नहीं है। सभी यात्रियों को दूसरी बोगियों में बैठाने के बाद ट्रेन को आगे के लिए रवाना कर दिया गया है। रेलवे के अधिकारी शताब्दी एक्सप्रेस जैसी हाईप्रोफाइल ट्रेन में शॉर्ट-सर्किट से आग लगने के कारणों की जांच में जुट गए हैं।