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हाथियों के आंतक से दहला महासमुन्द, बिती रात्रि दो ग्रामीणों को कुचल कर उतारा मौत के घाट

  जिले में हाथियों के आतंक से लोगों में भारी दहशत में है। बिती रात्रि एक ही दिन अलग-अलग स्थानों पर हाथियों ने ग्रामीणों को कुचल-कुचल कर मार डाला है। लगभग एक घंटे के भीतर ही हाथी ने 2 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। लगातार हाथियों के हिंसक रूप से क्षेत्र की जनता में भारी दहशत फैल गई है। बिती रात्रि में दो ग्रामीणों को शहर के नजदीगी ग्राम में ही मार डाला है। शहर के नजदीक पहुंचे हाथियों की वजह से लोगों में लगातार भय देखा जा रहा है। 2015 से अब तक 28 ग्रामीणों को हाथियों ने मौत के घाट उतार दिया है। हाथियों को क्षेत्र से भगाने के लिए करोड़ो रुपए पानी की तरह बहान के बाद भी वन विभाग का अमला ग्रामीणों की जान बचाने में अब तक नाकाम रही है।

हम आपको बता दे कि बिती रात्रि महासमुन्द शहर से लगे ग्राम गौरखेड़ा और ग्राम झालख्महरिया में दो ग्रामीणों को हांथी ने मौत के घाट उतार दिया है। बिती रात्रि 8 बजे के लगभग तीन ग्रामीण अपने मोटर साइकिल से गौरखेड़ा जा रहे थे। महादेव पठार के पास मोटर साइकिल सवार ग्रामीण पहुंचे ही थे की अचानक जंगल से एक हाथी उनके सामने आ गया और उन्हेने दौड़ाने लगा। मोटर साइकिल चला रहे राजू विश्वकर्मा 60 साल हांथी का देख कर जैसे ही मोटर साइकिल मोडऩे लगा उसके साथ बैठे दो मित्र दीनानाथ साहू और मनीष यादव मोटर साइकिल से कूद कर भाग निकले लेकिन राजू विश्वकर्मा मोटर साइकिल मोड़ते ही रह गया तब तक हाथी उसके सामने पहुंच गया और वहीं राजू विश्वकर्मा को हांथी ने बेरहमी से पटक-पटक कर मार डाला। इस घटना के कुछ देर बाद ही काल का रूप लिया हांथी गौरखेड़ा जंगल के रास्ते से निकल कर झालख्महरिया पहुंच गया और मुंगफली के खेत में रखवाली कर रहे परमेश्वर कुमार 30 साल को खेल में कुचल कर मार डाला है। लगातार क्षेत्र में हाथियों के आतंक का सिलसिला थम नहीं रहा है और ग्रामीणों की लगातार हाथियों के कुचलने से मौते हो रही है। 2015 से अब तक हाथियों ने 28 लोगों को मौत के घाट उतार दिया है। वन विभाग के डीएफओ पंकज राजपूत ने जानकारी दी है कि पीडि़त परिवारों को तत्काल 25-25 हजार रुपए क्रियाक्रम की राशि जारी कर दी है। डीएफओ पंकज राजपूत ने जानकारी दी है कि बहरहाल अभी जिले में तीन हांथी इस क्षेत्र में घूम रहे है जिन पर वन विभाग सतत निगरानी रखे हुए है। वहीं ग्रामीणों को हांथी के विचरण क्षेत्र में सावधान रहने की हिदायद दी गई है।

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