बस्तर की बेटी पर्वतारोही नैना सिंह धाकड़ को सम्मानित करेंगी राष्ट्रपति, छत्तीसगढ़ हुवा गौरवान्वित

छत्तीसगढ़ के बस्तर के एक छोटे से गांव तकरागुड़ा की रहने वाली 31 साल की नैना सिंह धाकड़ पिछले 13 सालों से पूरे छत्तीसगढ़ में एक पर्वतारोही के तौर पर जानी जाती हैं. पिछले साल जून के महीने में 9 दिनों के अंदर दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर 8848.86 मीटर की चढ़ाई की गई थी। इसके अलावा उन्होंने चौथी सबसे ऊंची चोटी माउंट लाहोत्से 8516 मीटर पर चढ़कर इतिहास रचा, जिसके बाद छत्तीसगढ़ समेत पूरे देश में नैना की चर्चा होने लगी।
पर्वतारोही नैना सिंह धाकड़ ने पर्वतारोहण के क्षेत्र में कई रिकॉर्ड दर्ज किए हैं। उसने 6000 मीटर मोटरेबल खारंडुला पर साइकिलिंग भी की है। वहीं, भूटान, नेपाल, उत्तराखंड, सिक्किम, लेह लद्दाख और 20 से ज्यादा ऊंची चोटियों पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की जा चुकी है। यही कारण है कि इस वर्ष भारत सरकार के युवा मामले एवं खेल मंत्रालय द्वारा आयोजित तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार के लिए बस्तर की नैना सिंह धाकड़ का भूमि साहसिक पुरस्कार के लिए चयन किया गया।
30 नवंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति भवन में नैना सिंह धाकड़ का सम्मान करेंगी, जिसे लेकर बस्तर के साथ-साथ पूरे छत्तीसगढ़वासियों में खासा उत्साह है. बताया जा रहा है कि नैना सिंह धाकड़ के अलावा शुभम धनंजय वनमाली को वाटर एडवेंचर के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड और ग्रुप कैप्टन कुंवर भवानी सिंह सम्याल को दिया जाएगा।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने साल 2021 के लिए तेजनिंग नोर्गे नेशनल एडवेंचर अवॉर्ड्स की घोषणा की। यह अवॉर्ड चार कैटेगरी लैंड एडवेंचर, वाटर एडवेंचर, एयर एडवेंचर और लाइफ टाइम अचीवमेंट में दिया जाता है। पुरस्कार में प्रत्येक को 15 लाख रुपये और एक स्मृति चिन्ह के साथ एक प्रमाण पत्र दिया जाता है। लैंड एडवेंचर के लिए बस्तर की बेटी नैना सिंह धाकड़ का चयन हुआ।





