झारखंड का जामताड़ा फिर चर्चा में, छग के लोगों को बिजली बिल के नाम लगाया लाखों का चूना, जशपुर में वारदात

झारखंड के जामताड़ा से लोगों को बिजली बिल बकाया होने और कनेक्शन काटने के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी करने वाले कुख्यात जमताड़ा गिरोह का भांडाफोड किया गया है। इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस को पांच दिनों तक रेकी करने के बाद यह सफलता मिली है।
पुलिस अधीक्षण डॉ अभिषेक पल्लव के निर्देश पर पिछले पांच दिनों से पुलिस की टीम जामताड़ा में रोड ठेकेदार बनकर रेकी कर रही थी। सूचना के आधार पर दबिश दिया, लेकिन गिरोह के तीन सदस्य फरार हो गए। एक आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ा है।
दुर्ग जिले के सुंदर नगर कोहका भिलाई निवासी पुष्पेन्द्र गजेन्द्र ने 14 सितंबर जुलाई को स्मृति नगर चौकी स्मृतिनगर रिपोर्ट दर्ज करायी कि 10 जुलाई 2022 को मेरे मोबाईल नम्बर पर एक अज्ञात व्यक्ति के मोबाइल नम्बर से व्हाट्स ऐप मैसेज आया कि आप का बिजली कनेक्शन काट दिया जायेगा। बिजली बिल जमा नहीं हुआ है। और यदि बिजली कनेक्शन कटने से रोकना चाहते है। तो हमारे द्वारा दिये गये बिजली विभाग के मोबाईल नम्बर पर अधिकारी से बात करें।
इसके बाद प्रार्थी के द्वारा व्हाट्स ऐप पर भेजे गए मोबाईल नम्बर पर सम्पर्क करने पर अपने आप को बिजली विभाग का कर्मचारी बताते हुये बिजली कनेक्शन काटने से रोकने हेतु अपने वरिष्ठ अधिकारी से बात करने को बोलकर एक नया मोबाइल नम्बर दिया गया। जिस पर प्रार्थी के द्वारा सम्पर्क करने पर उसके द्वारा Quick Support नामक एप्लीकेशन डाउनलोड कराया गया। जिससे प्रार्थी के बैंक खाते से 1,48,000 रुपए कट गया।
एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि पीड़ित की शिकायत के आधार पर अपराध पंजीबद्ध कर जांच में लिया। आरोपियों ने पैसा ट्रांसफर करने के बाद मोबाइल नंबर को बंद कर दिया था। इस वजह से पुलिस को पता लगाने में थोड़ी परेशानी हुई। सायबर सेल की टीम ने तकनीकी आधार पर अज्ञात आरोपी के द्वारा घटना में इस्तेमाल किये गये मोबाइल नम्बरों का विश्लेषण किया और एक टीम झारखण्ड के जमताड़ा के लिए रवाना की गई।
आरोपियों ने पैसे MPL गेमिंग एप और कोटक बैंक में ट्रांसफर कर लिया था। आरोपियों की स्थानीय स्तर पर पतासाजी कर रेकी की गई। जिसके आधार पर पुलिस ने एक आरोपी मुकेश मण्डल को गिरफ्तार किया गया है। दो अन्य आरोपियों की तलाश की आज रही है।





