झारखंड पुलिस ढूंढ रही भाजपा प्रत्याशी ब्रम्हानंद को, भाजपा ने लगाया पूरा जोर |

भानुप्रतापपुर उपचुनाव के दौरान नाबालिग के यौन शोषण के आरोप के बाद झारखंड की पुलिस भाजपा के प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम को ढूंढ रही है। भाजपा पूरी कोशिश में है कि उनका प्रत्याशी गिरफ्तार न हो। सोमवार से ही प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम को पार्टी अपने सेफ हाउस में छिपाकर रखा है। सूत्रों के मुताबिक भाजपा के कार्यालय और भानुप्रतापपुर के भाजपा नेताओं के एक मकान में ब्रह्मानंद को रखा गया है। पार्टी के कार्यकर्ताओं में इस पूरे एक्शन को लेकर आक्रोश है।
झारखंड की पुलिस सोमवार से ही भानुप्रतापपुर पहुंची हुई है। लोकल पुलिस भी हालत बिगडऩे की सलाह देकर झारखंड पुलिस को संभलकर कार्रवाई करने कह रही है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर खुलासा किया था कि बीजेपी प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम के साथ अन्य 5 अभियुक्तों पर एक नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म करने और उसे देह व्यापार में धकेलने का काम किया गया। साल 2019 का मामला बताकर मरकाम ने कहा था कि नेताम को गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
इसी मामले में जमशेदपुर पुलिस ने नेताम समेत 6 लोगों के खिलाफ टेल्को थाने में पॉक्सो एक्ट के तहत और अनैतिक देह व्यापार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया। इसलिए अब जमशेदपुर की टेल्को थाने की टीम दल बल के साथ ब्रह्मानंद नेताम की गिरफ्तारी के लिए भानुप्रतापपुर पहुंच गई है। हालांकि भाजपा इसे सियासी साजिश बताकर ये कह रही है कि कथित पुराने मामले में जानबूझकर इस वक्त कार्रवाई की जा रही है जब चुनाव है। इस पूरे मामले को भाजपा कांग्रेस और झारखंड सरकार की मिलीभगत बता रही है।
भाजपा वकीलों से ले रही सलाह : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने मीडिया को बताया कि ये पूरी तरह से राजनीतिक साजिश है। भानुप्रतापपुर की जनता भी इसे समझ रही है। हम लीगल टीम की मदद ले रहे हैं, वकीलों से सलाह ले रहे हैं। गिरफ्तारी के बारे में पूछे जाने पर साव ने कहा- अगर नेताम को गिरफ्तार भी किया जाता है तो भी हम पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे। एक-एक कार्यकर्ता लोगों के बीच जाकर कांग्रेस की इस साजिश को उजागर करेगा।
राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने अब इसी मामले में मोहन मरकाम के खिलाफ नोटिस जारी किया है। इतना ही नहीं नोटिस कांकेर जिले के स्क्क को भेजकर आयोग ने मरकाम के खिलाफ कार्रवाई करने को भी कहा है। भाजपा के विधि विभाग के प्रमुख नरेश गुप्ता ने कहा है – कांकेर के पुलिस अधीक्षक को राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने नोटिस भेजा है। मगर आयोग के नोटिस के बाद अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई? गुप्ता ने कहा कि मोहन मरकाम ने इस मामले में पीडि़ता का नाम उजागर किया ये पूर्णत: कानून का उल्लंघन है इसमें कोई संशय की बात नहीं है। सब कुछ स्पष्ट होने पर भी पहले कांकेर के जनप्रतिनिधियों द्वारा शिकायत करने पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और अब बाल संरक्षण आयोग के नोटिस के बाद भी अब तक एक्शन नहीं हुआ है। कांग्रेस के नेता क्या कानून से बड़े हो गए हैं?