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माघ पूर्णिमा पर करें ये खास उपाय, धन प्राप्ति के साथ होगी हर इच्छा पूरी

शनिवार 27 फरवरी को माघ मास की पूर्णिमा है। इस दिन गंगा स्नान और दान करना शुभ माना जाता है। इस दिन गंगा तटों पर स्नान के लिए श्रद्धलुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। माघ मास की पूर्णिमा में अभिजित मुहूर्त में स्नान विशेष शुभ होता है। यह मुहूर्त दोपहर 12.10 बजे से 12.58 बजे तक होगा। अमृत योग दोपहर 1.47 बजे से शुरू होगा।

सुबह भी स्नान किया जा सकता है। जिनकी कुंडली में मांगलिक योग हो उन्हें अभिजित योग में गंगा स्नान के बाद शहद, तांबे के कलश में दान देना शुभ होगा। क्योंकि राहु, मंगल अंगारक योग बना रहा है। अंगारक योग में स्नान चंद्र ग्रहण के किए गए स्नान के समान होता है। गंगा स्नान के बाद देशी घी, शहद, वस्त्र, अनाज, फल दान करना शुभ होता है।देसी घी का दान धन दायक होता है।

आचार्य से जानिए माघ पूर्णिमा के साथ लग रहे हैं योग और नक्षत्रों में कौन से उपाय करना होगा शुभ

अगर आप अपने जीवन से शत्रुओं का भय मिटाना चाहते है तो उसके लिए आज भगवान विष्णु के 12 नाम लेते हुए उन्हें पीले फूल अर्पित करें। भगवान विष्णु के 12 नाम इस प्रकार हैं- अच्युत, अनंत, दामोदर, केशव, नारायण, श्रीधर, गोविंद, माधव, हृषिकेष, त्रिविकरम, पद्मानाभ और मधुसूदन। एक नाम लें और एक फूल भगवान विष्णु को अर्पित करें। चढ़ाए गए फूलों को शाम के समय भगवान के सामने से हटाकर किसी बहते पानी में प्रवाहित कर दें या पीपल के पेड़ के नीचे रख दें ।

अगर आपके घर में ‘श्रीमद्भागवत गीता’ रखी हुयी है और आप चाहते हैं कि आपके ऊपर जीवन में कभी किसी प्रकार की मुसीबत न आये तो आज मन्दिर में लाल कपड़ा बिछाकर, उस पर भगवदगीता रखें और 11 बार ‘ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय नमः’ मंत्र का जाप करते हुए गीता का दोनों हाथों से स्पर्श करके हाथ अपनी आंखों पर लगाएं। स्कन्द पुराण में भी लिखा है कि- “घर में अगर भागवत हो तो अगहन मास में दिन में एक बार उसको जरूर प्रणाम करना चाहिए।

लेकिन अगर आपके घर में ‘श्रीमद्भागवत गीता’ उपलब्ध नहीं है, तो एक कोरा कागज लेकर उस पर लाल स्कैच पेन से ‘श्रीमद्भागवत गीता’ लिखें और उसके नीचे ‘ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय नमः’ मंत्र लिखें अब इस कागज को मन्दिर में लाल रंग के कपड़े पर स्थापित करके 11 बार दोनों हाथों से उसे स्पर्श करके हाथ अपनी आंखों पर लगाएं। अगले दिन उस कागज को और लाल कपड़े को मन्दिर में से उठाकर अपने पास संभाल कर रख लें।

अगर आपकी कोई इच्छा बहुत दिनों से पूरी नहीं हो पा रही है, तो आज 51 कागज की पर्चियां बनाएं और उन सब पर लाल पेन से ‘श्री’ लिखें। हर पर्ची पर श्री लिखते समय अपनी इच्छा मन में दोहराएं। अब इन पर्चियों को इकट्ठा करके एक कपड़े में बांध लें और भगवान विष्णु के मन्दिर में जाकर चढ़ा दें। आपकी इच्छा को जल्दी ही वास्तविक रूप मिलेगा।

अगर आप अपने जीवनसाथी के साथ संबंधों को बेहतर बनाये रखना चाहते हैं, तो आज आपको सुबह स्नान के बाद विष्णु भगवान की पूजा करके तुलसी के पौधे में जल चढ़ाना चाहिए और हाथ जोड़कर तुलसी के पौधे को प्रणाम करना चाहिए।

अगर आप एक सुंदर, गुणवान संतान की इच्छा रखते हैं, तो आज आपको सत्यनारायण भगवान की कथा का पाठ करना चाहिए और संभव हो तो व्रत भी करना चाहिए । साथ ही मन्दिर में तिल से बने लड्डू का दान करना चाहिए।

अगर आपको लगता है कि लोग आपकी सुंदरता को देखकर जलते हैं और आपके ऊपर अपनी नजर बनाये रखते हैं, तो आज मन्दिर में एक कपूर का दीपक जलाएं और उसकी लौ को हाथों से लेकर अपने चेहरे पर लगाएं।

माघ पूर्णिमा के दिन शाम 7 बजकर 37 मिनट तक सुकर्मा योग रहेगा। इस योग के दौरान किए गये कार्यों में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आती है। विशेषकर कि नई नौकरी ज्वॉइन करने के लिये ये योग बड़ा ही शुभ होता है। दोपहर पहले 11 बजकर 18 मिनट तक मघा नक्षत्र रहेगा। उसके बाद पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र लग जायेगा, जो रविवार सुबह 9 बजकर 36 मिनट तक रहेगा।

विशेष बात यह है कि सभी कुंभ में गुरु कुंभ राशि में आ गए थे और मेला शुरू हो चुका था। इस बार 27 फरवरी को माघी पूर्णिमा होगी, लेकिन गुरु अभी भी मकर राशि में हैं और मेला शुरू नहीं हुआ है। इस बार का माघ स्नान इसलिए भी विशेष होगा, क्योंकि माघ मास का स्वामी मघा नक्षत्र भी 27 फरवरी को ही आ रहा है।

माघ मास की पूर्णिमा में अभिजित मुहूर्त में स्नान करना विशेष शुभ होता है। यह मुहूर्त दोपहर 12.10 बजे से 12.58 बजे तक होगा। अमृत योग दोपहर 1.47 बजे से शुरू होगा। गंगा स्नान के बाद देशी घी, शहद, वस्त्र, अनाज, फल दान करना शुभ होता है। देसी घी का दान धन दायक होता है।

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