नवरात्री पर भूलकर कर भी न करें यह काम, करें मां की इस तरह सेवा भावना से आराधना
नवरात्रि का नौ दिवसीय त्योहार आज से शुरू हो रहा है। इन नौ दिनों के दौरान प्रथम दिन कलश स्थापन की जाती है और इस दिन से नौ दिन के व्रत रखे जाते हैं। अश्विन मास में आने वाली शारदीय नवरात्रि सभी नवरात्रियों (माघ, चैत्र और आषाढ़) में सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती है। इसके लिए कई तरह के अनुष्ठान किए जाते हैं। इस दौरान व्रत का विशेष उल्लेख मिलता है। हालांकि, नवरात्रि के दौरान कुछ बातें ऐसी हैं जिनका ध्यान हम सभी को रखना चाहिए।
नवरात्रि के दौरान भक्तों को ब्रह्मचर्य बनाए रखना चाहिए। नवरात्रि में आत्मनिरीक्षण, आत्म-साक्षात्कार, आत्म-अनुशासन, आत्म-नियंत्रण और आध्यात्मिक जागृति के लिए होती हैं। इसके लिए तपस्या करना अत्यंत महत्व रखता है।
इस दिन व्यक्ति को जल्दी उठना चाहिए। साथ ही व्रत को ईमानदारी और निष्ठा के साथ करना चाहिए। दुर्गा सप्तशती और देवी मां के मंत्रों का सच्चे मन से जाप करें। सूर्यास्त के बाद ही भोजन करना चाहिए।
पूरे नवरात्रि सात्विक भोजन ही करना चाहिए।
प्रतिदिन मंदिर जाना चाहिए और देवी मां को जल अर्पित करना चाहिए। नौ दिनों तक देवी मां का विशेष श्रृंगार करना चाहिए। अष्टमी-नवमीं पर देवी मां की विशेष पूजा करना चाहिए।
नवरात्रि के दौरान क्या न करें:
नवरात्रि के दौरान प्याज, लहसुन और अन्य तामसिक भोजन ग्रहण नहीं करना चाहिए।
मांस / मदिरा का सेवन भी इस दौरान नहीं करना चाहिए।
तंबाकू का सेवन भी नहीं करना चाहिए।
बाल, नाखून, दाढ़ी नहीं काटनी चाहिए।
किसी के मन को ठेस नहीं पहुंचानी चाहिए।
दूसरों के साथ विनम्र रहें।