इस दिन भूल कर भी ना तोड़े बेलपत्र, पत्तो पर माता का होता है वास

देवघर: सावन का महीना भगवान शिव की आराधना का सबसे पवित्र समय माना जाता है. भक्तगण शिवलिंग पर बेलपत्र अर्पित कर अपनी भक्ति प्रकट करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सावन में एक विशेष दिन ऐसा होता है, जब बेलपत्र तोड़ने से भगवान शिव नाराज हो सकते हैं. देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंद किशोर मुद्गल ने इस रहस्य को बताया
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि “सावन के सोमवार का विशेष महत्व है और इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है, लेकिन सावन के सोमवार के दिन बेलपत्र तोड़ना वर्जित है, यह धार्मिक मान्यता है कि इस दिन बेलपत्र तोड़ने से भगवान शिव नाराज हो जाते हैं. सावन सोमवार को बेलपत्र नहीं तोड़ने का धार्मिक महत्व भी है.
इसलिए नाराज होते हैं महादेव
ज्योतिषाचार्य ने बताया, “शिव पुराण में वर्णित है कि भगवान शिव को बेलपत्र अर्पित करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है, लेकिन सावन सोमवार को बेलपत्र तोड़ना निषेध है. इसका कारण यह है कि इस दिन सभी बेलपत्रों पर देवी पार्वती का वास होता है और उन्हें तोड़ना देवी पार्वती का अनादर माना जाता है. इस अनादर के कारण भगवान शिव नाराज हो सकते हैं.
जानें धार्मिक उपाय
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि सावन सोमवार को बेलपत्र अर्पित करने के लिए उन्हें एक दिन पहले ही तोड़कर सुरक्षित रख लेना चाहिए. सावन सोमवार के लिए आप रविवार को ही बेलपत्र तोड़कर उसमें राम नाम लिखकर रख सकते हैं, क्योंकि भगवान शिव के ऊपर बासी बेलपत्र भी अर्पण कर सकते हैं. इससे भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.