
जिले के बगीचा व्यवहार न्यायालय में कल नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया था जिसमे बगीचा न्यायालय में कुल 70 प्रकरणों का निराकरण स्वेक्षा से आपसी सहमति लेकर किया गया. यह पहला मामला था जब बगीचा व्यवहार न्यायालय में कुल 70 प्रकरणों का निराकरण किया गया.ग्रेड 2 मजिस्ट्रेट सचिन पाल टोप्पो ने बताया कि लोक अदालत के आयोजन से पक्षकारों के बीच मधुर संबंध स्थापित होता है और आपस मे भाईचारा का माहौल निर्मीत होता है. समाज मे भी इस तरह के आयोजन से सामाजिक सौहाद्र सौहाद्र का निर्माण होता है।
लोक अदालत का मंशा यह है कि दो पक्षकारों के बीच मधुर संबंध स्थापित करवाकर उनके स्वेक्षा से प्रकरण में राजीनामा कर प्रकरण को निराकरण करना. माननीय उच्च न्यायालय के निर्देश पर बगीचा में कुल 70 प्रकरण का निराकरण हुआ . वर्चुवल रूप और फिजिकल रूप से पक्षकारों की उपस्थिति में उनके सहमति से प्रकरण का निराकरण हुआ.जो पक्षकार फिजिकल रूप से उपस्थित नही हो पाए उनको इलेक्ट्रॉनिक रूप से कम्प्यूटर के माध्यम से उनके सहमति से उपस्थित कर प्रकरण का निराकरण किया गया।
 
				
 
						


