
रायपुर। कोरोना की तीसरी लहर की संभावना के बीच छत्तीसगढ़ में वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी हो गई है. राज्य सरकार को केंद्र पर्याप्त वैक्सीन की आपूर्ति नहीं कर पा रही है. ऊंट के मुंह में जीरा के समान टीका सेंटरों में वैक्सीन पहुंच रही है. जो कि एक दो घंटे में ही खत्म हो जा रही है. जिस कारण लोगों में नाराजगी है. ऐसे में टीकाकरण एक संकट बना हुआ है.
दरअसल मंगलवार 10 अगस्त को छत्तीसगढ़ में 1 लाख 25 हजार वैक्सीन की खेप पहुंची है. जिसमें 1 लाख कोविशील्ड और 25 हजार कोवैक्शीन की डोज शामिल है. इन वैक्सीन को सभी जिलों में बांट दिया गया है, जो कि अब खत्म होने की कगार पर है. समस्या यह है कि प्रदेश में वैक्सीन कम मिल रही है. जिससे वैक्सीनेशन में रफ्तार नहीं आ पा रही. अचानक से कोई टीकाकरण केंद्र बंद हो जाता है, तो लोगों को समझाना भी मुश्किल होता है.
मेडिकल कॉलेज रायपुर स्थित वैक्सीन सेंटर के प्रभारी प्रतिभा सरकार ने कहा कि आज 9 बजे वैक्सीन सेंटर खोला गया और 9:30 बजे तक कोवैक्सीन खत्म हो गई. इस आवंटन में 6 वायल यानी 60 डोज ही मिला था. कोविशील्ड 300 मिला है, उसमें 200 से ज़्यादा डोज लग चुका है. लोगों के पूछने पर बताना पड़ता है कि वैक्सीन खत्म हो गई है. उन्हें बताते हैं कि कल जल्दी आइए. लोगों का कई तरह से रिएक्शन होता है. कई लोग सुनाकर जाते हैं. कहते हैं हम काम छोड़कर आए हैं, फिर भी वैक्सीन नहीं लग पाता है.
डॉक्टर ओमकार खंडवाल ने कहा कि वैक्सीन लगाने का क्षमता अधिक है. सेंटरों में स्वास्थ्य कर्मी भी तैनात है, लेकिन टीका नहीं है. ये बहुत ही महत्वपूर्ण समय हैं, क्योंकि आगे तीसरी लहर की आशंका है. ऐसे में जितना ज़्यादा हो सके टीका लोगों को लगाया जाए, लेकिन टीका सप्लाई आवश्यकतानुसार नहीं होने के कारण वैक्सीनेशन नहीं हो पा रहा है. यह घातक साबित हो सकता है.
वैक्सीन सेंटर पर टीका लगवाने पहुंचे मनोहर साहू ने कहा प्राइवेट नौकरी करते हैं. छुट्टी नहीं मिलती. ऐसे में कुछ समय निकाल कर वैक्सीन लगवाने पहुंचते हैं, तो वैक्सीन नहीं लग पाता है. एक बड़ी समस्या है.



