INDVSSA – एल्गर और डी कॉक के शतकों से द. अफ्रीका ने भारत को दिया करारा जवाब
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन टेस्ट मैच की सीरीज (गांधी-मंडेला ट्रोफी) का पहला टेस्ट मैच विशाखापत्तनम खेला जा रहा है। मैच के तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक दक्षिण अफ्रीकी टीम ने 8 विकेट पर 385 रन बना लिए हैं और भारत से पहली पारी के आधार पर 117 रनों से पीछे है। केशव महारज 3 और मुथुसामी 12 रन बनाकर नाबाद हैं।
इससे पहले भारत ने अपनी पहली पारी 7 विकेट पर 502 रन बनाकर घोषित की थी। डीन एल्गर (160) और क्विंटन डी कॉक डी कॉक (111) के शतकों से दक्षिण अफ्रीका ने शुक्रवार को भारत के खिलाफ पहले टेस्ट की पहली पारी में ठोस जवाब दिया। भारत के पहली पारी के 7 विकेट पर 502 रनों के जवाब में दक्षिण अफ्रीका ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक 118 ओवरों में 8 विकेट पर 385 रन बना लिए हैं। एस मुथुस्वामी 12 और केशव महाराज 3 रन बनाकर क्रीज पर हैं। दक्षिण अफ्रीका अभी भारत के पहली पारी के स्कोर से 117 रन पीछे हैं जबकि उसके 2 विकेट शेष हैं।
दक्षिण अफ्रीका ने तीसरे दिन सुबह पहली पारी में 39 रनों पर 3 विकेट से आगे खेलना शुरू किया। अभी स्कोर 63 तक ही पहुंचा था कि ईशांत ने मेहमान टीम को दिन का पहला झटका दिया। उनकी तेजी से अंदर आती गेंद को बावुमा खेल नहीं पाए और 18 रन बनाकर एलबीडब्ल्यू हुए। बावुमा के आउट होने के बाद एल्गर को कप्तान प्लेसिस का साथ मिला। एल्गर ने 112 गेंदों में 6 चौकों और 1 छक्के की मदद से अर्द्धशतक पूरा किया।
लंच के समय एल्गर 141 गेंदों में 8 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 76 और प्लेसिस 84 गेंदों में 7 चौकों और 1 छक्के की मदद से 48 रन बनाकर क्रीज पर थे।प्लेसिस ने शमी की गेंद पर 2 रन लेकर फिफ्टी पूरी की। वे 91 गेंदों में 7 चौकों और 1 छक्के की मदद से अर्द्धशतक तक पहुंचे। यह उनकी भारत ने पहली टेस्ट फिफ्टी हैं। एल्गर और प्लेसिस की जोड़ी खतरनाक साबित हो रही थी लेकिन अश्विन ने इस साझेदारी को तोड़ा। प्लेसिस उनकी गेंद को नीचे नहीं रख पाए और लेग गली में चेतेश्वर पुजारा को आसान कैच दे बैठे। उन्होंने 55 रन बनाए और पांचवें विकेट के लिए एल्गर के साथ 115 रनों की साझेदारी की।
एल्गर ने अश्विन की गेंद पर छक्का लगाकर शतक पूरा किया। यह उनका एशिया में दूसरा और कुल 12वां टेस्ट शतक है। वे 175 गेंदों में 11 चौकों और 4 छक्कों की मदद से शतक तक पहुंचे। द. अफ्रीका की तरफ से यह भारत में 2010 के बाद कोई टेस्ट शतक लगाया गया। उस वक्त हाशिम अमला ने शतक जड़ा था। इसके बाद एल्गर को क्विंटन डी कॉक का साथ मिला और ये दोनों संघर्ष कर रहे हैं।
178 रनों पर पांचवां विकेट होने के बाद एल्गर और डी कॉक ने छठे विकेट के लिए 164 रनों की भागीदारी की। एल्गर 287 गेंदों का सामना कर 18 चौकों और 4 छक्कों की मदद से 160 रन बनाकर जडेजा की गेंद पर पुजारा को कैच थमा बैठे। डी कॉक ने 149 गेंदों में 15 चौकों और 2 छक्कों की मदद से शतक पूरा किया। अश्विन ने डी कॉक को बोल्ड कर मेजबान टीम को महत्वपूर्ण सफलता दिलाई। फिलेंडर को तो अश्विन ने खाता भी नहीं खोलने दिया। अश्विन ने 128 रनों पर 5 विकेट लिए जबकि जडेजा ने 2 विकेट लिए।
ऐसी रही द. अफ्रीका की पहली पारी की शुरुआत:-भारत के पहली पारी के विशाल स्कोर के जवाब में द. अफ्रीका को पहली पारी में पहला झटका अश्विन ने दिया था जब उन्होने मार्करैम को बोल्ड किया था। मार्करैम के बल्ले और पैड्स के बीच में निकली गेंद ने उनकी गिल्लियां बिखेर दी थी।
मार्करैम 5 रन ही बना पाए, उन्होंने अभ्यास मैच में बोर्ड प्रेसीडेंट इलेवन के खिलाफ शतक लगाया था लेकिन वे अश्विन के सामने टिक नहीं पाए। अभी द. अफ्रीका इस झटके से उबरा भी नहीं था कि विकेटकीपर रिद्धिमान साहा ने अश्विन की गेंद पर ब्रूइन (4) का शानदार कैच लपका। इसके बाद जडेजा ने डेन पिट को खाता खोले बगैर पैवेलियन लौटाया।