पाकिस्तान में स्थित 5 ऐसे हिन्दू मंदिर, जहां मुसलमान भी झुकाते हैं सिर
यहां कुछ ऐसे प्रसिद्ध हिन्दू मंदिर हैं जिनकी विशेषताओं के बारे में शायद आप नहीं जानते होंगे। पाकिस्तान मुसलमान देश होने के बावजूद इन मंदिरों में हिन्दू ही नहीं बल्कि मुसलमान भी सिर झुकाते हैं।
1. हिंगलाज मंदिर यह बलूचिस्तान में स्थित अपनी पौराणिक कथा से जाना जाता है। दरअसल इस मंदिर को लेकर कहा जाता है कि विष्णु भगवान ने सती माता का शीश काटने के लिए चक्र फेंका था। उस चक्र से शीश कटकर जिस जगह पर गिरा, वह यही जगह है। यह मंदिर पाकिस्तान के बलूचिस्तान से 120 किलोमीटर की दूरी पर हिंगुल नदी के तट पर स्थित है। ये मंदिर 51 शक्तिपीठों में से भी एक है।
2. कराची स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर का पुनर्निर्माण साल 1082 में कराया गया था यह मंदिर करीब 2000 साल पुराना है। त्रेतायुग से 17 लाख साल पुरानी हनुमान जी की एकमात्र मूर्ति इसी मंदिर में स्थापित है।
3. कटास राज मंदिर, जब पार्वती सती हो गईं तो महादेव की आंख से आंसू गिरे थे। जिनमें से एक आंसू भारत के पुष्कर में तो वही दूसरा आंसू पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल जिले में गिरा था। कहा जाता है कि पाकिस्तान में अब से करीब 900 साल पहले कटास राज मंदिर को बनवाया गया था।
4. श्री वरुण देव मंदिर कराची में स्थित 100 साल से भी ज्यादा पुराना है। ये कराची के मनोड़ा आइलैंड में बना हुआ है। पाकिस्तान में अब इस मंदिर का उपयोग हिंदू काउंसिल ऑफ पाकिस्तान के कामों के लिए होता है।
5. स्वामी नारायण मंदिर पाकिस्तान के कराची शहर के बंदर रोड पर स्थित है। ये मंदिर करीब 32,306 हजार स्कवेयर यार्ड में बना हुआ है। यह मंदिर करीब 160 साल पुराना है। यहां मुस्लिम लोग भी पूजा करने आते हैं। यही नहीं जब देश का बटवारा हो रहा था तो उस समय इस हिंदू मंदिर का उपयोग रिफ्यूजी कैंप की तरह किया गया था और इस मंदिर के परिसर में एक गुरु नानक गुरुद्वारा भी मौजूद है। साथ ही आपको यह भी बता दें कि हिंगराज मंदिर के लिए यात्रा इसी मंदिर से शुरू करनी होती है।