चंद्रयान2 – पीएम मोदी लौटे, ऐतिहासिक पल का था इंतजार, धड़कनें थी थमीं
रात के तककरीबन 2 बजे इसरो सेंटर बेंगलुरु में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैठकर इस ऐतिहासिक पल का इंतजार कर रहे थे. वैज्ञानिकों की निगाहें कंप्यूटर की स्क्रीनों पर चांद से संकेतों का इंतजार कर रही थीं. लेकिन लैंडर विक्रम से संपर्क अचानक टूट गया. ये संपर्क एक बार टूटा तो इंतजार के बाद भी वापस नहीं हो पाया. वैज्ञानिकों के चेहरे उदास हो गए। ईसरो ने इससे पहले इसके लाइव लैंडिंग की तस्वीरों को देखने वीडियो फीड भी जारी किया था।
चंद्रयान मिशन के रॉकेट लांचर का सबसे आगे का हिस्सा विक्रम लैंडर सॉफ्ट लैंडिंग करने जा रहा था तभी अचानक हर तरफ सन्नाटा पसर गया. इसरो के मीडिया केंद्र में भी असमंजस की स्थिति बन गई।
वैज्ञानिकों ने सवा दो बजे तक कोई आधिकारिक बयान देकर ये साफ नहीं किया था कि विक्रम की सॉफ्ट लैंडिंग हो गई है या नहीं. हर कोई स्पेस सर्च सेंटर से अच्छी खबर का इंतजार कर रहा था. इन अंतिम पलों में हर किसी की धड़कनें थमीं थीं.फिर इसरो ने रात 2 बजकर 18 मिनट पर कहा कि आंकड़ों का अध्ययन हो रहा है।
बता दें कि विक्रम लैंडर चांद से 2.1 किमी की दूरी पर था तभी विक्रम से संपर्क टूट गया. आखिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति स्पष्ट करते हुए वैज्ञानिकों से हौसला बरकरार रखने की बात कही।